टीचर को सुलाएं

एग्जाम की व्यवस्था को लेकर वेडनसडे को सभी 140 एग्जाम सेंटर्स इंचार्ज की मीटिंग बुलाई गई। इसकी अध्यक्षता करते हुए डीएम ने यह कहकर सभी को चौंका दिया कि कॉलेजेज में रखे एग्जाम पेपर्स कि सिक्योरिटी प्रिंसिपल्स के कंधों पर है। एग्जाम समाप्त होने के बाद रात में कॉलेज का चौकीदार बिठाएं। नहीं है तो

किसी टीचर को रात भर सुलाएं। कुछ भी करें लेकिन पेपर की शुचिता और सिक्योरिटी भंग होने न दें।

गड़बड़ी हो तो फोन करें

डीएम के इस फरमान से मीटिंग में बैठे सभी प्रिंसिपल्स के माथे पर चिंता की लकीरें खींच गईं। मीटिंग में पुलिस डिपार्टमेंट के आला अफसर भी बैठे थे। प्रिंसिपल्स ने पुलिस फोर्स नहीं तो कम से कम होमगार्ड मुहैया कराने की गुहार लगाई लेकिन डीएम ने साफ मना कर दिया। कहीं कोई गड़बड़ी हो तो तत्काल पुलिस को फोन करने को कहा।

Mismanaged exam

अभी काफी संख्या में स्टूडेंट्स को एडमिट कार्ड देने बाकी हैं। जिन 6 कॉलेजेज के फॉर्म बाद में स्वीकार किए गए हैं उनके स्टूडेंट्स के एडमिट कार्ड बन रहे हैं। यही नहीं एडमिट कार्ड में भारी गड़बडिय़ां भी सामने आई हैं। नाम, जेंडर, सब्जेक्ट, सेंटर्स को लेकर गलत इंफॉर्मेशन प्रिंट है। इन्हें करेक्ट कराने के लिए स्टूडेंट्स को बोर्ड ऑफिस का चक्कर काटना पड़ रहा है। एग्जाम के लिए करीब 8000 इनविजिलेटर्स की जरूरत है। इनकी लिस्ट अभी तक फाइनल नहीं हुई।

क्या है बोर्ड के डायरेक्शंस?

बोर्ड ने पेपर्स की सिक्योरिटी को गंभीर माना है। सिक्योरिटी प्रदान करना कंपल्सरी प्रक्रिया के तहत रखा है। निर्देश के अनुसार कॉलेज सिक्योरिटी देने में सक्षम नहीं है तो मांग के अनुसार पुलिस विभाग को क्वेश्चन पेपर्स के लिए रात में सेंटर्स पर दो सुरक्षाकर्मी मुहैया कराना पड़ेगा।

डिबार कॉलेजेज में भी सेंटर्स

फर्जी स्टूडेंट्स का रजिस्ट्रेशन कराने के आरोप में बोर्ड ने 10 कॉलेजों को डिबार करते हुए ब्लैक लिस्टेड कर दिया है। इसमें से चार कॉलेजेज को इस बार एग्जाम सेंटर बनाया गया है। यहां पर भी क्वेश्चन पेपर्स रखे गए हैं। समाज कल्याण, कल्याण राय इंटर कॉलेज, आरएस पब्लिक और संग्राम सेनानी इंटर कॉलेज को ब्लैक लिस्टेड किया गया और ये चारों एग्जाम सेंटर्स की लिस्ट में भी शामिल हैं। यहां सबसे बड़ी बात यह है कि जो कॉलेज गड़बड़ी के लिए दागी हैं उन्हीं पर पेपर्स की सिक्योरिटी का जिम्मा भी सौंप दिया है।

15 संवेदनशील सेंटर्स

एग्जाम के लिए बरेली में 140 सेंटर्स बनाए गए हैं। गंभीरता और गड़बड़ी की आशंका को देखते हुए डीआईओएस ने 15 कॉलेजों को संवेदनशील की श्रेणी में रखा है। इन कॉलेजेज में भी क्वेश्चन पेपर्स रखे गए हैं। यहां पर भी सिक्योरिटी राम भरोसे ही है। पेपर्स की रखवाली इन्हीं कॉलेजों को करनी है। जब यह कॉलेज खतरे की दृष्टि से पहले ही संवेदनशील हैं तो यहां पर रखे क्वेश्चन पेपर्स की सिक्योरिटी भी खतरे में है। ऐसे सेंटर्स पर गड़बड़ी की आशंका हमेशा बनी रहती है। सिक्योरिटी की नजर से इन पर विशेष नजर रखी जाती है लेकिन यहां पर इसके लिए खास इंतजाम नहीं हैं।

बोर्ड की निर्देशिका में साफ दिया है कि पेपर्स की सिक्योरिटी मुहैया करानी पड़ेगी। कॉलेज की मांग पर डीआईओएस द्वारा फॉरवर्ड कराने पर पुलिस विभाग को रात में सुरक्षाकर्मी तैनात करने पड़ेंगे।

- वासुदेव यादव, सेक्रेट्री माध्यमिक शिक्षा परिषद, इलाहाबाद

पेपर्स की सिक्योरिटी का जिम्मा प्रिंसिपल पर है। पुलिस विभाग की टीमें गस्त रहती हैं। गड़बड़ी की आशंका हो तो प्रिंसिपल संबंधित थाने पर तुरंत शिकायत कर सकता है। मौके पर पुलिस फोर्स पहुंच जाएगी।

-राकेश कुमार, डीआईओएस

Report by: Abhishek Singh