-संपर्क फॉर समर्थन अभियान के तहत शहर पहुंचे केन्द्रीय वित्त राज्य मंत्री मीडिया से हुए रूबरू

-राम मंदिर की बात पर बोले यह आस्था की बात है, कोर्ट के निर्णय के बाद ही होगा मंदिर निर्माण

BAREILLY :

आगामी लोकसभा चुनाव में राम मंदिर का मुद्दा बीजेपी ने चुनावी एजेंडे में शामिल नहीं होगा। इसका संकेत केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ला ने मीडिया से बातचीत के दौरान दे दिया। सर्किट हाउस में प्रेसवार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि राम मंदिर न कभी बीजेपी का चुनावी मुद्दा रहा और न ही 2019 के चुनाव में यह चुनावी मुद्दा रहेगा। उन्होंने कहा कि यह आस्था का विषय है इसे हवा में उछाल कर इसका मजाक बनाना उचित नहीं है, बोले राम मंदिर कोर्ट के निर्णय के बाद ही बनेगा। केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री संपर्क फॉर समर्थन अभियान के अंर्तगत मंडे को शहर पहुंचे थे। शहर में उन्होंनें कई लोगों के घर जाकर संपर्क किया। इस दौरान उन्होंने केन्द्र सरकार की चार वर्ष की उपलब्धियां भी गिनाई। सुबह को शुरू किए अभियान में पहले शहर के डॉ। सतेन्द्र, डॉ। भास्कर, रवि अग्रवाल, देवेन्द्र तिवारी और पीपी सिंह मिलने के लिए पहुंचे।

धारा 370 की होनी चाहिए समीक्षा

सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत करते हुए वित्त राज्य मंत्री ने कहा कि धारा 370 की समीक्षा होनी चाहिए। धारा 370 भी बीजेपी का चुनावी मुद्दे में शामिल नहीं रहा। वहीं चिदम्बरम के केंद्र सरकार पर लगाये गए सभी आरोपों को नकारते हुए कहा कि जो स्थिति आज बनी हुई है उसके लिए यूपीए जिम्मेदार है उसने जिसे चाहा लोन बांटा, लेकिन अब केन्द्र सरकार सिर्फ जरूरतमंदों की ही लोन दे रही है। बढ़ती महंगाई पर बोले सरकार इसको लेकर चिंतित है और समाधान खोजा जा रहा है।

तो क्या डिजिटल पेमेंट फेल फेल

नोट बंदी के दौरान डिजिटल पेमेंट को बढ़ाने के लिए सभी जगह डिजिटल पेमेंट बढ़ाने पर जोर दिया गया, लेकिन नोटबंदी भी डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा नहीं दे सकी। क्योंकि पहले 17 लाख करोड़ रुपए चलन में थे और अब 18.5 लाख करोड़ रुपए चलन में है। तो क्या डिजिटल पेमेंट फेल हो गया। इस पर श्री शुक्ला ने कहा डिजिटल पेमेंट फेल नहीं हुआ है। जो रुपए लोगों ने दबाकर रखा था पहले वह बाजार में आ गया है, और नोट की कमी को पूरा करने के लिए अभी अधिक रुपए छापा जा रहा है। जीडीपी के सवाल पर बोले कि यूपीए के समय में जीडीपी 4.5 थी और हमारे समय में जीडीपी 7.5 है।