बरकत के साथ रमजान उल मुबारक का दस दिन का पहला अशरा समाप्त

आज से रहमत का अशरा, तेज होगा तरावीह, पढ़ेंगे कुरान व हदीस-ए-रसूल

ALLAHABAD: रमजान उल मुबारक के पाक महीने का पहला अशरा मंगलवार को समाप्त हो गया। दस दिन तक पहले अशरे में अकीदतमंदों ने अल्लाह की इबादत कर बरकत मांगी। अब रहमत का अशरा आ गया है। दूसरे अशरे के रूप में बुधवार से अगला दस दिन रहमत लेकर आएगा। खास बात ये कि इसी अशरे में पैगम्बर इस्लाम को कुरान की तालीम अल्लाह की तरफ से अता की गई थी। इसीलिए रहमत के अशरे में मस्जिदों से लेकर घरों में जकात और कुरान का पाठ तेज हो जाएगा।

खुले रहेंगे रहमत के दरवाजे

दूसरे अशरे में जिन मस्जिदों में तरावीह पूरी नहीं हुई है वहां तरावीह का सिलसिला तेज होगा। रात नौ बजे ईशा की नमाज के बाद अकीदतमंद खड़े होकर कुरान पढ़ेंगे। जामा मस्जिद चक जीरो रोड के मौलाना सैयद हसन रजा जैदी ने बताया कि दूसरे अशरे में अल्लाह की जानिब से रहमत के दरवाजे खुले रहेंगे। कोई भी बंदा अल्लाह से मुल्क, कौम व अपनी सलामती के लिए दुआएं मांग सकता है।