RANCHI: रांची से उड़ने वाली फ्लाइट्स में अधिकतर पैसेंजर्स इकोनॉमी क्लास में सफर करने वाले होते हैं। ऐसे में जेट एयरवेज के वन टिकट वन बैग के नए फरमान से इन हवाई यात्रियों में खासी नाराजगी है। गौरतलब हो कि जेट एयरवेज रांची से फ्लाइट ऑपरेट नहीं करता, लेकिन रांची से जो यात्री दिल्ली, कोलकाता, हैदराबाद समेत दूसरे बड़े शहरों में जा रहे हैं वहां से कई को अगले पड़ाव तक की यात्रा जेट एयरवेज से करनी है। ऐसे में वे रांची से तो अपने दो-तीन बैग लेकर दूसरे शहरों में जा सकते हैं, लेकिन फिर वहां से अगले पड़ाव तक जाने में उन्हें एक्सट्रा चार्ज चुकाना पड़ रहा है।

इकोनॉमी क्लास के पैसेंजर अधिक

आंकड़े बताते हैं कि रांची शहर में प्रीमियर क्लास में सफर करने वाले लोगों की संख्या फिलहाल काफी कम रह रही है। इतना ही नहीं, एयरलाइंस कंपनियों को सिटी से पैसेंजर भी काफी कम मिल रहे हैं, जिसके कारण कई फ्लाइट्स बंद कर दी गई हैं। वहीं, आने वाले समय में कुछ अन्य फ्लाइट्स भी बंद करने की योजना है। इसके बावजूद जेट एयरवेज के टिकट बुकिंग में किए जा रहे इन नए बदलावों को थोपने के कारण लोग रेलवे यात्रा की तरफ रुख करने लगे हैं।

क्या है वन टिकट वन बैग फरमान

जेट एयरवेज के यात्रियों के चेकइन के दौरान इस्तेमाल किए जाने वाले सामान के वजन में बदलाव किए जा रहे हैं.15 जुलाई के बाद से जेट एयरवेज की इकोनॉमिक क्लास में सफ र करने वाले यात्री केवल 15 केजी तक का एक बैग अपने साथ विमान में ले जा सकते हैं। जबकि पहले 15 केजी तक दो-तीन बैग लेकर यात्री विमान में सफर करते रहे हैं। वहीं प्रीमियर क्लास के यात्रियों को चेकइन पर दो बैग ले जाने की इजाजत होगी, लेकिन दोनों बैग का वजन 30 किलो से ज्यादा नहीं होना चाहिए। जिन लोगों ने 15 जून से पूर्व टिकट कटवा रखा है, उन्हें इस नियम से बाहर रखा गया है।

प्लैटिनम कार्डधारियों को फायदा

यात्रा करते समय जेट प्लैटिनम कार्ड के यात्री इकोनॉमिक में सफर करते हैं तो 15 केजी के दो बैग से अधिक नहीं ले जा सकते हैं। प्रीमियर टिकट पर यात्रा करने वाले यात्रियों को दो से ज्यादा बैग 50 किलो से ज्यादा ले जाने की इजाजत नहीं होगी। अगर कोई यात्री इससे ज्यादा वजन के बैग के साथ सफर करता है तो उसे अलग से चार्ज देना होगा।

क्या कहतें हैं एयर पैसेंजर्स

हमलोग 22 जुलाई को दिल्ली इंडिगो से जा रहे हैं, लेकिन वहां से देहरादून तक जेट एयरवेज की प्लाइट से जाना है। अब यहां से तो बैग कैरी कर सकते हैं, लेकिन फिर वहां से प्लाइट में बैग कैरी करने के लिए एक्सट्रा रुपए देने पड़ेंगे। यह बहुत गलत है।

-मधुलिका

अभी तक किसी और एयरलाइंस ने यह सर्विस शुरू नहीं की है। ऐसे में केवल जेट के ऐसा करने से काफी परेशानी सामने आ रही है। हमारी यात्रा भी कोलकाता से आगे जेट के विमान से ही होनी थी, लेकिन अब हमलोग दूसरे ऑप्शन तलाश रहे हैं।

-किरण