RANCHI: राजधानी में डेंगू-चिकनगुनिया के कहर से लोग दहशत में हैं। धीरे-धीरे ये बीमारी सिटी के अन्य इलाकों में भी अपने पांव पसार रही है। ऐसे में मच्छरों पर लगाम लगाने के लिए हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम ने शनिवार को रांची नगर निगम के अधिकारियों और सुपरवाइजरों की क्लास लगाई। इसमें मच्छरों के लार्वा से लेकर एडल्ट मच्छर तक को खत्म करने का तरीका बताया गया। घर-घर जाकर मच्छरों के पनपने का जो भी सोर्स है, उसे नष्ट करने का संकल्प लिया गया। वहीं घरों में स्टॉक पानी को भी खत्म करना होगा, तभी बीमारी को रोका जा सकता है। मौके पर हेल्थ ़िडपार्टमेंट और लायंस क्लब के मेंबर्स, डीएमसी संजय कुमार, डॉ। किरण कुमारी, मंजू प्रसाद, सिटी मैनेजर संदीप कुमार, सौरव कुमार वर्मा, अंबुज कुमार सिंह, मृत्युंजय पांडेय समेत अन्य मौजूद थे।

घर के अंदर व बाहर भी स्प्रे जरूरी

हेल्थ डिपार्टमेंट की साग्या सिंह ने बताया कि सिटी के जिन इलाकों में डेंगू और चिकनगुनिया के मरीज मिले हैं, वहां घरों में ही मच्छर पनप रहे हैं। इसके बाद घर के मेंबर्स को वे अपना निशाना बना रहे हैं। इससे यह बीमारी फैलती जा रही है। लेकिन अब रांची नगर निगम को अलर्ट होना होगा। इसलिए प्रभावित इलाकों के घरों के अंदर और बाहर स्प्रे करने की जरूरत है। इसके लिए लोगों को भी जागरूक करना होगा। ताकि लार्वा को पहले ही खत्म किया जा सके। इसके अलावा एडल्ट मच्छरों को भी मारने के लिए रेगुलर फॉगिंग करनी होगी।

पानी का कंटेनर भी है मच्छर का सोर्स

घर में पानी स्टॉक करने के लिए लोग प्लास्टिक के अलावा अन्य कंटेनरों का इस्तेमाल करते हैं। इसमें पानी के कारण लार्वा आसानी से पनपता है। वहीं कंटेनर खाली करने के बावजूद मच्छर के अंडे कंटेनर की दीवारों से चिपके रहते हैं। ऐसे में साफ पानी मिलते ही लार्वा से मच्छर निकल जाते हैं। इतना ही नहीं, लार्वा से मच्छर निकलने के बाद एक दिन में वे एडल्ट हो जाते हैं। इसलिए कंटेनर को स्क्रबर से अच्छी तरह धोने की सलाह दी गई। इसके अलावा लोग घरों से निकलने वाले कबाड़ को भी जहां-तहां फेंक देते हैं, जिसमें पानी जमने से मच्छर पैदा हो रहे हैं।