RANCHI: राजधानी में सफाई व्यवस्था तो पहले से ही ठीक नहीं है। अब झिरी डंपिंग यार्ड में भी पानी भर गया है। इससे वहां जाने वाली गाडि़यां डंपिंग यार्ड में फंस जा रही हैं। इस वजह से अब एजेंसी ने कांपैक्टर को भी डंपिंग यार्ड में भेजना बंद कर दिया है। वहीं छोटी गाडि़यां भी मुश्किल से जा पा रही हैं। लेकिन इस चक्कर में खामियाजा राजधानी की पब्लिक भुगत रही है। बताते चलें कि आरएमएसडब्ल्यू को डंपिंग यार्ड में रास्ता बनाने और बाउंड्री कराने का आदेश दिया गया था। इसके बावजूद एजेंसी ने आजतक रास्ता नहीं बनाया है।

एजेंसी नहीं भेज रही कांपैक्टर

सिटी के मोरहाबादी, कांटाटोली, कर्बला चौक, हरमू एमटीएस से सफाई का काम चल रहा है। इसके तहत 33 वार्डो में एजेंसी को डोर टू डोर कलेक्शन करना है। इसके लिए एमटीएस में कांपैक्टर लगाए गए हैं। लेकिन डंपिंग यार्ड नहीं भेजने के कारण ये भी फुल हैं। चूंकि वहां पर रास्ते में काफी पानी भर गया है। लोड अधिक होने के कारण कांपैक्टर फंस जा रहे हैं और पंचर होने का भी डर है। इस वजह से एजेंसी ने कांपैक्टर भी भेजना बंद कर दिया है।

कवर करने में लगेगा एक हफ्ता

एक हफ्ते से शहर में कचरे का उठाव नहीं हो रहा है। इससे आधा शहर कचरे के ढेर पर खड़ा हो गया है। अगर एक-दो दिन में भी एजेंसी सफाई का काम शुरू करती है तो पूरा शहर कवर करने में उसे एक हफ्ते का समय लग जाएगा। चूंकि पहले से ही हजारों टन कचरा जमा है। अब हर दिन लोगों के घरों से भी कचरा निकल रहा है।

विशेष अभियान में लगे हैं मजदूर

कचरा नहीं उठाए जाने से शहर की स्थिति खराब होती जा रही है। इस वजह से लोगों के लिए एक-एक दिन गुजारना मुश्किल हो गया है। वहीं कुछ इलाकों में तो स्थिति खतरनाक हो गई है। आखिर वार्डो के मजदूरों को भी विशेष अभियान में लगा दिया गया है। अब तो लोग पीएम के जाने का इंतजार कर रहे हैं ताकि वहां लगाए गए मजदूरों को वापस वार्डो में काम पर लगा दिया जाए।

वर्जन

अभी पीएम के प्रोग्राम को लेकर सभी व्यस्त हैं। सोमवार को एजेंसी के अधिकारियों के साथ बैठक की जाएगी। साथ ही शहर की सफाई को दुरुस्त करने का आदेश दिया जाएगा। इसके बाद भी व्यवस्था नहीं सुधरती है तो विचार किया जाएगा।

संजय कुमार, डीएमसी, आरएमसी