RANCHI: राजधानी की खराब सड़कों के जल्द ही अच्छे दिन आने वाले हैं। आखिर 245 करोड़ रुपए से 100 सड़कों का कायाकल्प जो होगा। जी हां, रांची नगर निगम परिषद की बैठक में इस पर मंजूरी मिल गई है। यह प्रस्ताव नगर विकास विभाग को भी भेज दिया गया है। ऐसे में 14वें वित्त आयोग का पैसा मिलते ही सड़कों के कायाकल्प का काम तेज कर दिया जाएगा। इसमें तीन से चार किलोमीटर वाली सड़कों को प्राथमिकता दी जाएगी। बैठक में मेयर आशा लकड़ा, डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय, नगर आयुक्त मनोज कुमार, अपर नगर आयुक्त गिरिजा शंकर प्रसाद के अलावा सभी पार्षद मौजूद थे।

पार्षदों ने किया हंगामा

परिषद की बैठक शुरू होते ही पार्षदों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। उनका कहना था कि चुनाव जीतने के बाद एक साल का समय बीत चुका है। लेकिन आजतक उन्हें वार्ड के विकास के लिए कोई भी फंड उपलब्ध नहीं कराया गया है। ऐसे में लोगों की बातें सुननी पड़ रही है। वहीं चाहकर भी वे अपने वार्ड में कोई काम नहीं कर पा रहे हैं। कुछ पार्षदों ने कहा कि उन्होंने प्रस्ताव भी नगर निगम को दे दिया है, लेकिन फंड नहीं होने से काम नहीं हो पा रहा है।

53 वार्डो के चौक-चौराहे संवरेंगे

राजधानी में मुख्य सड़कों को चमकाने का काम रांची नगर निगम पहले से ही कर रहा है। लेकिन अब वार्ड के चौक-चौराहों के दिन भी जल्द ही बहुरेंगे। जिसके लिए डीपीआर बनाने को लेकर परिषद ने अपनी सहमति दे दी है। अब एजेंसी सभी 53 वाडरें में सर्वे के बाद चौक-चौराहों का डीपीआर तैयार करेगी। इसके अलावा सेप्टिक टैंक की सफाई का चार्ज डबल करने के मामले को अगली बैठक के लिए विचाराधीन रखा गया है। मेयर ने कहा कि इसका रेट बढ़ाना जरूरी है लेकिन इस पर बात की जाएगी। इसके अलावा कई अन्य मुद्दों पर चर्चा की गई।

11 तक वेंडिंग मार्केट में शिफ्टिंग

अटल स्मृति वेंडिंग मार्केट का उद्घाटन 16 नवंबर को किया गया था। इसके बाद से आजतक दुकानदारों को जगह उपलब्ध नहीं कराने के कारण आज भी रोड किनारे ही अपनी दुकान लगा रहे थे। इस पर मेयर ने कहा कि दुकानों के आवंटन को लेकर विवाद चल रहा था, जिसे सुलझा लिया गया है। 11 फरवरी तक चुने गए दुकानदारों को मार्केट में शिफ्ट करा दिया जाएगा। इसके बाद रोड किनारे फुटपाथ दुकानें नहीं लगेंगी।

वेबर कमिटी करेगी पानी की समस्या का समाधान

पानी से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए वेबर कमिटी का गठन करने का निर्णय लिया गया है। इसमें मेयर, डिप्टी मेयर, नगर निगम के अधिकारी के अलावा वार्ड पार्षद भी रहेंगे। चूंकि राजधानी में कई लोगों को बिना पानी के कनेक्शन के ही बिल भेज दिया गया है। वहीं कई लोगों को गलत बिल भेजने का भी मामला सामने आया था।