-कई सीटें हो गई हैं रिजर्व, पुरुष पार्षद नहीं लड़ सकेंगे चुनाव

-अपनी पत्‍‌नी और रिश्तेदारों पर कर रहे हैं भरोसा

RANCHI (8 March): नगर निकाय चुनाव

की घोषणा होते ही शहर में कैंडिडेट्स को लेकर चर्चा जोरों पर है। किस वार्ड से कौन सा कैंडिडेट अपनी दावेदारी पेश करेगा, इस पर भी सस्पेंस बना हुआ है। पार्षदों के अलावा नए कैंडिडेट्स ने वार्डो में कैंपेनिंग भी शुरू कर दी है। परिसीमन के बाद प्रत्याशियों का वार्ड तो बदल गया है, साथ ही कुछ वार्ड महिलाओं के लिए भी रिजर्व हो गए हैं। जिससे कि उन वार्डो में कोई भी पुरुष चुनाव नहीं लड़ पाएंगे। ऐसे में पार्षद दूसरे वार्ड से लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। वहीं कई पार्षद अपने वार्ड से घर की महिलाओं को उतारने की घोषणा कर चुके हैं, ताकि उनके किए काम के बदले जनता का साथ घर की महिलाओं को मिल सके। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि कैंडिडेट्स अपने घर की महिलाओं को किस-किस वार्ड में चुनाव लड़वाते हैं।

.बॉक्स ग्रुप आमने-सामने।

वार्ड-22 से नाजिया असलम

वार्ड 25 के पार्षद मो। असलम ने अपने वार्ड के विकास में अहम भूमिका निभाई है। नाली, रोड, बिजली और पानी के लिए काम भी किया। लेकिन परिसीमन के बाद उनका वार्ड ही बदल गया। वहीं वार्ड भी महिला कैंडिडेट के लिए रिजर्व हो गया। यह देखते हुए उन्होंने अपनी पत्नी नाजिया असलम को वार्ड 22 से पार्षद कैंडिडेट बनाने का फैसला किया है। उनका मानना है कि जो काम उनके कार्यकाल में बाकी रह गए हैं, उसे पूरा करने का काम उनकी पत्नी करेंगी।

वार्ड-32 सुनिता देवी

रामाधार सिंह वार्ड 34 के पार्षद हैं। उन्होंने अपने वार्ड में विकास काम तो बहुत किया। अब उनका वार्ड महिला के लिए रिजर्व हो गया। ऐसे में वह चाहें तो दूसरे वार्ड से जेनरल कैंडिडेट के रूप में चुनाव लड़ सकते हैं। लेकिन उन्होंने चुनाव लड़ने का मन नहीं बनाया है। इस बार वह अपनी बहू सुनिता सिंह को चुनाव के मैदान में उतारने की तैयारी कर रहे हैं। वह मानते हैं कि उनके किए काम को देखते हुए जनता का सपोर्ट मिलेगा। अगर उनकी बहू जीतकर आती है तो वार्ड में बचे हुए काम पूरा कराएगी।