अमरनाथ नियोगी की एमटेक की फर्जी डिग्री का मामला

हाई कोर्ट के निर्देश पर आरयू प्रशासन ने की कार्रवाई

RANCHI: रांची यूनिवर्सिटी प्रशासन ने एमटेक की फर्जी डिग्री को लेकर अमरनाथ नियोगी पर नेम्ड एफआईआर सोमवार को कोतवाली थाने में दर्ज कराई है। यह कदम हाईकोर्ट के निर्देश पर आरयू प्रशासन ने उठाया है। हालांकि अन्य कई फर्जी मामले को लेकर रांची यूनिवर्सिटी में कोई हलचल नहीं है। जबकि यहां इंटरनेट पर डिग्री बेचे जाने, कनाडा से फर्जी डिग्री मामले की जांच के लिए शुक्ला मंडल के आने समेत अन्य कई मामले हैं। इनमें पुलिस को लिखित सूचना तक नहीं दी गई है।

डिस्टेंस एजुकेशन से पढ़ाई की कही थी बात

अमरनाथ नियोगी ने एमटेक की डिग्री हिन्दी भाषा में निर्गत करने के लिए रांची यूनिवर्सिटी में आवेदन दिया था। इनका कहना है कि बैच 1988 में आरयू के डिस्टेंस एजुकेशन से पढ़ाई पूरी की है। जबकि रांची यूनिवर्सिटी में डिस्टेंस एजुकेशन की पढ़ाई नहीं होती है। वहीं, रांची यूनिवर्सिटी के किसी कॉलेज में भी एमटेक की पढ़ाई नहीं होती है। इस पर रांची यूनिवर्सिटी प्रशासन ने अमरनाथ नियोगी को डिग्री देने से इनकार कर दिया था। इसके बाद कैंडिडेट ने रांची यूनिवर्सिटी के खिलाफ हाइकोर्ट में याचिका दायर कर डिग्री के लिए गुहार लगाई थी।

कोर्ट ने कहा-फर्जी है तो प्राथमिकी दर्ज करे आरयू

हाइकोर्ट ने तीन अगस्त को इस मामले की सुनवाई की। रांची यूनिवर्सिटी के अधिवक्ता ने इस मामले में यूनिवर्सिटी का पक्ष रखा। इसके बाद कोर्ट ने कहा कि नियोगी का प्रमाण पत्र फर्जी है, तो प्राथमिकी दर्ज की जानी चाहिए। कोर्ट के निर्देश के बाद आरयू ने प्राथमिकी दर्ज करने के लिए ड्राफ्ट तैयार किया और इसके बाद सोमवार को प्राथमिकी दर्ज कराई गई।