RANCHI: अब तक आपने टीवी या कंप्यूटर पर ही शेयर और कमोडिटी के कागजों में ऑनलाइन खरीद-बिक्री देखी होगी। लेकिन, अब सब्जियों और खाने-पीने के सामानों की मंडियों में फसलों की भी ऑनलाइन खरीद-बिक्री होगी। जी हां, गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ई मंडी पोर्टल को लांच किया। इसके फ‌र्स्ट फेज में पंडरा बाजार समिति रांची को भी शामिल किया गया है। अब रांची के किसानों की सब्जियां व अनाज भी ऑनलाइन बिकेंगी। इसके तहत गेहूं, धान, बासमती, चना, सरसों व कुछ सब्जियों समेत ख्ख् फ सलों की ऑनलाइन बिक्री होगी। किसान खुद भाव तय करेंगे और देश भर के व्यापारी उसे ऑनलाइन खरीदेंगे।

लैब में होगी ग्रेडिंग

रांची बजार समिति सहित देश की जितनी भी बाजार समितियां ई -मंडी से जुड़ी हैं। वहां मंडियों में लैब बनाया जाएगा। इसमें किसानों के अनाज व सब्जियों कीक्वालिटी की ग्रेडिंग होगी। जिस अनाज की जो क्वालिटी होगी, उसके आधार पर उसे ऑनलाइन बिक्री के लिए पोर्टल पर अपलोड कर दिया जाएगा। फिर उसके लिए झारखंड सहित दूसरे राज्यों के व्यापारी ऑनलाइन बोली लगाएंगे।

आरटीजीएस से मिलेगा पैसा

ग्रेडिंग के बाद किसानों को ई-मंडी पोर्टल पर अपने उत्पाद का डाटा उपलब्ध करवाना होगा। इसके बाद किसान अपनी फ सल का भाव पोर्टल पर अपलोड करेंगे। मंडियों में बैठे कर्मचारी या रजिस्टर्ड एजेंसी डिमांड के अनुसार उस उत्पाद की जानकारी किसानों को देते रहेंगे। उसके बाद किसान पूरी कीमत मिलने पर अपनी फ सल बेच सकेंगे। किसान के उत्पाद का भाव तय होते ही व्यापारी आरटीजीएस के माध्यम से किसान के खाते में पैसा भिजवाएंगे। इसके लिए मंडी में फ ोटो आईडी, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट या वोटर आईडी जमा कराना होगा। बैंक खाता नंबर भी किसान को देना जरूरी है। मंडी से उत्पाद उठाने की जिम्मेदारी भी खरीदारी करने वाले व्यापारी की ही होगी।

मंडी की रेट होगी अपडेट

ई- मंडी पोर्टल पर किसान के उत्पादों का डाटा अपलोड रहेगा। मंडी में बनी लैब में उत्पादों की ग्रेडिंग होगी। रजिस्टर्ड व्यापारियों को कंपनी यूजरनेम और पासवर्ड देगी, जिससे वे ख्ब् घंटे मंडियों के हाल देख सकेंगे। किस समान का भाव क्या चल रहा है। पंजीकृत एजेंसी या मंडी कर्मचारी किसानों को अपडेट देते रहेंगे। उनकी सहमति पर उत्पाद बिकेगा और सीधे खाते में पैसा चला जाएगा।

ऐसे होगी ऑनलाइन बिक्री

यदि रांची का कोई किसान ग्रेडिंग करवाकर अपने बासमती धान का भाव ख्000 रुपए प्रति क्विंटल पोर्टल पर अपलोड करता है, तो अलग-अलग राज्यों के व्यापारी बोली लगा कर उसकी खरीदारी करेंगे।

सितंबर तक राज्य की क्9 मंडी

रांची बाजार समिति के डायरेक्टर मार्केटिंग अजीत कुमार सिंह ने बताया कि ई- मंडी के फ‌र्स्ट फेज में सिर्फ रांची बजार समिति को चुना गया है। एक मंडी में सफलता पूर्वक ऑनलाइन सारा काम होने पर झारखंड की बाकी क्8 मंडियां भी सितंबर महीने तक इस सर्विस से जुड़ जाएंगी।

वर्जन

ई ट्रेडिंग प्लेटफार्म से रांची बजार समिति जुड़ गया है। अब यहां के किसानों को उनके अनाज और सब्जियों का सही रेट मिलेगा।

-अजीत कुमार सिंह, डायरेक्टर मार्केटिंग, रांची बजार समिति