-रांची वीमेंस कॉलेज के साइंस ब्लॉक में वाई-फाई इस्तेमाल के लिए पासवर्ड की जरूरत नहीं

-कैंपस व आस-पास कोई भी शख्स मोबाइल या लैपटॉप पर आसानी से कर सकता है इंटरनेट सर्फिग

>RANCHI : रांची वीमेंस कॉलेज के साइंस ब्लॉक का वाई-फाई जोन स्टूडेंट्स की सहूलियत के लिए है ,पर कैंपस अथवा उसके आसपास से गुजरनेवाला कोई भी शख्स आसानी से अपने मोबाइल अथवा लैपटॉप पर इंटरनेट सर्फिग कर सकता है, क्योंकि बिना पासवर्ड के ही कॉलेज का वाई-फाई सिस्टम अपने-आप कनेक्ट हो जाता है। आई नेक्स्ट के रियलिटी चेक में बिना पासवर्ड के वाई-फाई के कनेक्ट हो जाने की बात सामने आई है।

ऐसी लापरवाही क्यों?

कॉलेज को हाइटेक बनाने के मकसद से कैंपस का डिजिटलाइजेशन किया गया है, पर वाई-फाई कैंपस का बिना पासवर्ड के कनेक्ट होना खतरे का कारण बन सकता है। पासवर्ड के ही वाई-फाई के कनेक्ट होने की ओर कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन का शायद ध्यान नहीं है। हालांकि, फिलहाल ऐसी कोई घटना नहीं हुई है, पर वाई-फाई जोन को पासवर्ड प्रोटेक्टेड बनाने के लिए कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन को तुरंत पहल करनी चाहिए।

कुछ ऐसे खुला राज

-थर्सडे की दोपहर क्ख् बजे का वक्त। साइंस ब्लॉक के बाहर आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने मोबाइल ऑन किया।

- कैंपस के बाहर वाई-फाई जोन जोन शो तो कर रहा था, पर सिग्नल वीक था।

-कैंपस में एंट्री करते ही वाई-फाई जोन का सिग्नल शो करने लगा।

- कुछ देर में ही मोबाइल में वाई-फाई का फुल सिग्नल बता रहा था।

-इसके बाद बिना पासवर्ड डाले इंटरनेट से मोबाइल कनेक्ट हो गया और कोई भी वेबसाइट आसानी से ओपेन हो गया।

और भी कॉलेजेज में वाई-फाई

सिटी के एक्सआईएसएस, आईआईएम, एनएलयू, सेंट जेवियर्स कॉलेज और मारवाड़ी कॉलेज समेत कुछ और कॉलेजेज व इंस्टीट्यूट्स में भी वाई-फाई सिस्टम है, पर इन कॉलेजेज के कैंपस में बिना पासवर्ड के वाई-फाई का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है। इसके लिए स्टूडेंट्स को पासवर्ड दिए गए हैं, जिसे डालकर वे इंटरनेट सर्फिग करते हैं।

कैंपस में बैंक का भी ब्रांच

रांची वीमेंस कॉलेज के साइंस ब्लॉक कैंपस में ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स का ब्रांच भी स्थित है। कॉलेज के साथ बाहर के भी कई कस्टमर्स का इस बैंक में अकाउंट है। यहां स्टूडेंट्स जहां चालान जमा करते हैं, वहीं पर्सनल अथवा ऑफिशियल परपस से भी कस्टमर्स यहां आते-जाते रहते हैं। खास बात है कि वाई-फाई जोन होने की वजह से बैंक के अंदर फुल स्पीड से इंटरनेट काम करता है। ऐसे में बैंक में आनेवाला कोई भी शख्स बिना पासवर्ड डाले ही कॉलेज के वाई-फाई का इस्तेमाल कर सकता है।

पासवर्ड का इस्तेमाल जरूरी

साइबर एक्सप‌र्ट्स का कहना है कि अगर कॉलेज अथवा इंस्टीट्यूट को वाई-फाई जोन बनाया जाता है तो इसके इस्तेमाल के लिए पासवर्ड दिए जाते हैं। पासवर्ड की बेसिस पर ही कोई भी वाई-फाई के थ्रू इंटरनेट सर्फिग कर सकता है। अगर रांची वीमेंस कॉलेज के साइंस ब्लॉक का वाई-फाई सिस्टम बिना पासवर्ड डाले कनेक्ट हो जा रहा है तो यह हर लिहाज से गलत है। कोई भी इस सिस्टम का दुरूपयोग कर सकता है।

खतरे का बन सकता है कारण

रांची वीमेंस कॉलेज के साइंस ब्लॉक में बिना पासवर्ड डाले वाई-फाई जोन का कनेक्ट होना खतरे का कारण बन सकता है। इससे कॉलेज के गुप्त व पर्सनल इंफॉर्मेशंस की जानकारी कोई भी प्राप्त कर सकता है। इसके अलावे इस नेटवर्क का इस्तेमाल क्रिमिनल एक्टिविटीज के लिए भी कोई कर सकता है। अगर जल्द इसके लिए पासवर्ड सिस्टम को नहीं इंप्लीमेंट किया गया तो कॉलेज को नुकसान पहुंच सकता है।

क्या है वाई-फाई सिस्टम?

वाई-फाई सिस्टम वायरलेस टेक्नोलॉजी पर बेस्ड है। इसका इस्तेमाल इंटरनेट से कनेक्ट होने के लिए किया जाता है। यह ऐसे नेटवर्क के रूप में काम करता है जो रेडियो सिग्नल को ब्रॉडकास्ट कर हाईस्पीड ट्रांसमिशन बनाता है। जेनरली वाई-फाई का रेंज क्0 मीटर से क्भ्0 मीटर तक होता है। इस रेंज में एक साथ तीस लोग वाई-फाई से कनेक्ट होकर इंटरनेट सर्फिग कर सकते हैं।

'वाई-फाई के लिए पासवर्ड का रजिस्ट्रेशन करा दें तो इसका गलत इस्तेमाल नहीं होगा, इसकी क्या गारंटी है। एक्सप‌र्ट्स से बात हो चुकी है। बिना पासवर्ड के वाई-फाई के इस्तेमाल किए जाने से कोई नुकसान नहीं है.'

-डॉ मंजू सिन्हा

प्रिंसिपल, रांची वीमेंस कॉलेज