- फालोअप

- पुलिस ने पीडि़ता का मेडिकल चेकअप कराया, होगा मजिस्ट्रेट के सामाने बयान

- दोनों के रिलेशन को क्रास चेक करने के लिए सीडीआर का इंतजार

ALLAHABAD: स्वरूपरानी हॉस्पिटल में पोस्टेड आर्थोपेडिक सर्जन डॉक्टर कृष्ण कुमार का रेप केस में बचना अब मुश्किल लग रहा है। थर्सडे को पुलिस ने पीडि़ता मेडिकल स्टूडेंट का मेडिकल चेकअप कराया। फ‌र्स्ट रिपोर्ट से यह क्लीयर हो गया कि उसके साथ फिजिकल रिलेशन बनाया गया है। अब पुलिस डॉक्टर और पीडि़ता की काल डिटेल मंगा रही है। उससे यह पता लगाया जाएगा कि जिस वक्त रेप की बात तहरीर में लिखाई गई है, उस वक्त दोनों की लोकेशन कहां थी। ऐसे में पुष्टि होने के बाद पुलिस डॉक्टर को सीधे जेल भेजने की तैयारी में जुट जाएगी। मामला हाई प्रोफाइल होने के कारण पुलिस इस केस में साइंटिफिक एविडेंस कलेक्ट कर रही है।

अब सीधे होगा बयान

कोतवाली पुलिस ने बताया कि पीडि़ता मेडिकल स्टूडेंट का थर्सडे को मेडिकल चेकअप कराया गया। रेप केस में कई तरह के टेस्ट होते हैं। एक्सरे टेस्ट की रिपोर्ट आ गई है। जिससे साफ है कि फिजिकल रिलेशन बना है। हालांकि इससे यह साबित नहीं होता कि उसके साथ रेप किसने किया। ऐसे में अब पुलिस पहले तो पीडि़ता का मजिस्ट्रेट के सामने उसका सीधा बयान कराएगी। फिर इस मामले में सीडीआर की मदद लेगी। इसके अलावा पुलिस पीडि़ता से कुछ भी प्रमाण कलेक्ट करने में जुटी है, जिससे दोनों के रिलेशन को लेकर क्लू मिल सके।

दर्ज कराई थी रिपोर्ट

गाजीपुर डिस्ट्रिक्ट की रहने वाली अर्चिता(परिवर्तित नाम) ने बुधवार को एसआरएन के डॉक्टर केके यादव के खिलाफ संगीन आरोप लगाए थे। जिसके बाद पुलिस ने डॉक्टर के खिलाफ फर्जीवाड़ा करके रेप करने का मामला दर्ज किया था। आरोप है कि डॉक्टर से उसकी मुलाकात सोसल साइट्स के थ्रू हुई थी। दोनों की दोस्ती मेट्रीमोनियल वेबसाइट के प्रोफाइल से हुई। उसके बाद चैट शुरू हुआ। इस दौरान अर्चिता को डॉक्टर ने झांसे में लेकर बुलाया। फिर चाय में नशीला पाउडर मिलाकर उसे अचेत कर दिया और उसकी इज्जत लूट ली। पुलिस ने इस मामले में डॉक्टर से पूछताछ की। डॉक्टर ने कहा कि वह दोस्ती तो किया, मिला भी लेकिन रेप का आरोप बेबुनियाद है। ऐसे में पुलिस ने हाई प्रोफाइल मामले में अब साइंटिफिक एविडेंस के आधार पर कार्रवाई करना चाहती हैं।