RANCHI: झारखंड जगुआर स्पेशल टास्क फोर्स(एसटीएफ)में पदस्थापित डीएसपी जेपीएन चौधरी पर एक महिला द्वारा यौन शोषण का आरोप लगने के बाद शुक्रवार को महिला थाना प्रभारी दीपिका प्रसाद ने विक्टिम का बयान लिया। इसके लिए महिला थाना प्रभारी रिम्स गई थीं। अब इस बयान को लोहरदगा थाना भेजा जाएगा, क्योंकि घटना उसी जिले से संबंधित है। महिला ने डीएसपी पर यौन शोषण का गंभीर आरोप लगाया था। घटना के बाद महिला ने जहर खा लिया था। उसे गंभीरावस्था में रिम्स में भर्ती कराया गया है।

क्या कहती है पीडि़ता

विक्टिम का कहना है कि लोहरदगा के तत्कालीन बीडीओ मेरे पति हैं, जिससे डीएसपी ने संबंध विच्छेद करवा दिया। इसके बाद कई बार शारीरिक संबंध बनाया। जब लोहरदगा से ट्रांसफर हो गया, तो साथ रखने से इनकार कर दिया। जबकि बच्चों के साथ डीएसपी ने उसे अपने साथ रखने का झांसा दिया था। महिला के इन आरोपों से संबंधित बयान रांची की महिला थाना प्रभारी ने लिया है। रांची पुलिस ने इसकी जांच शुरू कर दी है। महिला के इस आरोप से पुलिस महकमे में खलबली मच गई है।

लोहरदगा में थानेदार थे जेपीएन

महिला ने यौन शोषण का मामला तब दर्ज कराया था जब डीएसपी जेपीएन चौधरी, वर्ष 2016 में लोहरदगा के तत्कालीन थाना प्रभारी थे। उस समय थाने में महिला और बीडीओ हंगामा कर रहे थे। इसी दौरान जेपीएन चौधरी ने बीच बचाव किया था। पुलिस की जांच में जब मामला झूठा निकला, तो महिला जेपीएन चौधरी, एसडीपीओ और लोहरदगा के एसपी को कॉल कर धमकी देने लगी थी। इसके बाद महिला के खिलाफ थाने में स्टेशन डायरी अंकित किया गया था।

बीडीओ से ऐंठ चुकी है 13 लाख

जेपीएन चौधरी की मानें तो पुलिस की जांच में झूठा निकलने के बाद भी वकील के साथ मिलकर बीडीओ को परेशान कर रही थी। इसके बाद बीडीओ ने खुद को उस महिला के पचड़े से बचने के लिए 13 लाख रुपए दी थी। बता दें कि महिला ने बीडीओ के खिलाफ यौन शोषण का आरोप लगाकर लोहरदगा महिला थाना कांड संख्या 28/16 दर्ज करवाया था। जबकि बीडीओ ने भी कांड संख्या 27/16 में ब्लैकमेल करने और रंगदारी मांगने का मामला दर्ज करवाया था।

डीएसपी ने दर्ज कराई एफआइआर

महिला द्वारा जगुआर कैंप में हंगामा करने और जबरन रखने का दबाव बनाने के बाद कांके थाने में डीएसपी जेपीएन चौधरी ने एक प्राथमिकी दर्ज कराई है। कहा है कि महिला जबरन साथ रखने का दबाव बना रही है। साथ ही बीडीओ की तरह ही बदनाम करने की साजिश और ब्लैकमेल कर रही है। इससे उन्हें सामाजिक और मानसिक आघात पहुंचा है।