-आरोपी का पिता बेटे को बचाने के लिए डीएनए टेस्ट कराने को कोर्ट में लगाएगा गुहार

-15 दिन के बाद पीडि़ता के परिजन अपने पास नहीं रखेंगे मासूम

>BAREILLY

शेरगढ़ के गांव बैरमनगर में नाबालिग से रेप के आरोपी के पिता जहां डीएनए टेस्ट के लिए कोर्ट में आवेदन की मांग कर रहे हैं। वहीं रेप पीडि़ता के परिजन 15 दिन में मासूम को किसी और को गोद देने की बात कह रहे हैं। रेप पीडि़ता के परिजनों का कहना है कि कोर्ट यदि मासूम पर कोर्ट को फैसला नहीं देता है, तो वह स्वेच्छा से किसी को भी बच्चा गोद दे देंगे। ऐसे में, बड़ा सवाल यह है कि कोर्ट मासूम के डीएनए टेस्ट कराने की अनुमति देता है तो मासूम के साथ उसको गोद लेने वाले की पहचान उजागर हो जाएगी, जिससे मासूम को जिन्दगी भर लावारिस का दंश झेलना पड़ सकता है।

पीडि़ता रख रही मासूम का ख्याल

रेप पीडि़ता मासूम के साथ संडे को बैरमनगर गांव अपने घर पहुंच गई। वह घर पर अपने मासूम का प्यार से लालन-पालन कर रही है। उसके साथ उसके परिवार के लोग भी उसकी देखभाल में लग रहते हैं। रेप पीडि़ता के पिता का कहना है कि वह मासूम को किसी भी कीमत पर अपने घर में नहीं रखेंगे। क्योंकि, उन्हें अपनी बेटी का घर बसाना है। मासूम को वह बेटी के पास रखेंगे तो पीडि़ता से शादी कौन करेगा। वह रेप पीडि़ता का घर बसाना चाहते हैं साथ ही वह रेप के आरोपी को सजा दिलाने के लिए आखिरी दम तक लड़ाई लड़ते रहेंगे।

डीएनए टेस्ट कराकर रहूंगा

आरोपी के पिता का कहना है कि वह मासूम का डीएनए टेस्ट कराकर रहेगा। मासूम का डीएनए आरोपी के पॉजिटिव पाया जाता है तो पीडि़ता और मासूम दोनों को घर में रखने को तैयार है। इसके साथ मासूम का डीएनए निगेटिव हुआ तो आरोपी को कोर्ट से राहत मिल सकती है।