देर शाम तक क्षेत्रीय व प्रांत कार्यकारिणी के साथ मोहन भागवत ने की चर्चा

एडीजी प्रशांत कुमार व उनकी पत्नी डिंपल वर्मा संघ प्रमुख से मिलने पहुंचे

Meerut। रविवार को हुआ राष्ट्रोदय समागम गिनीज बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकार्ड में दर्ज नहीं हो सका। क्योंकि गिनीज बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकार्ड की टीम मौके पर ही नहीं पहुंची। ऐसा कहना भी उचित रहेगा कि संघ ने उन्हें बुलाया ही नहीं। हां, इतना जरूर है कि अब तक के इतिहास में इतना बड़ा कार्यक्रम पहले कभी नहीं हुआ। इससे पहले सवा लाख स्वयंसेवकों का कार्यक्रम पुणे में हुआ था। मेरठ में राष्ट्रोदय कार्यक्रम में करीब तीन लाख स्वयंसेवक पहुंचे थे।

उखड़ने लगा मंच

वहीं संघ द्वारा समागम के बाद सोमवार को मंच उखाड़ा जाने लगा है। मंच से उगते सूरज व मंच पर सामने की ओर लगे घोड़े व रथ का फ्लेक्स उतार दिया गया है। जबकि संघ ने समागम के बाद दो दिन तक आम जनता को देखने के लिए मंच लगे रहने की बात कही थी। सोमवार को लोग मंच देखने पहुंचे भी लेकिन मंच को उखड़ता देख लोगों को निराश वापस लौटना पड़ा।

बैठकों का दौर

संघ प्रमुख सोमवार को भी शहर में मौजूद रहे। सुबह से लेकर देर शाम तक शताब्दी नगर स्थित माधवकुंज में बैठकों का दौर चलता रहा। संघ प्रमुख ने क्षेत्रीय व प्रांतीय कार्यकारिणी के सदस्यों के साथ आगामी कार्यक्रम व राष्ट्रोदय कार्यक्रम को लेकर चर्चा व वार्ता की।

पत्नी संग पहुंचे एडीजी

संघ प्रमुख डॉ। मोहन भागवत से मिलने के लिए सोमवार को एडीजी प्रशांत कुमार व उनकी पत्नी आईएएस डिंपल वर्मा माधवकुंज पहुंचे। संघ प्रमुख ने दोनों को पंडित दीनदयाल उपाध्यक्ष के जीवन चरित्र की पुस्तक हस्ताक्षर सहित भेंट की। संघ प्रमुख से मिलने के बाद दोनों से वहीं पर खाना खाया।

कड़ी सुरक्षा व्यवस्था

संघ प्रमुख डॉ। मोहन भागवत के सोमवार को माधवकुंज में रुकने के कारण वहां पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहे। पुलिस के साथ आलाधिकारी भी मौके पर सुरक्षा व्यवस्था में लगे रहे।