RANCHI: जिला प्रशासन का टारगेट फेल होने के कगार पर है। राशन कार्ड सरेंडर करने की डेडलाइन 31 जुलाई को खत्म होनेवाली है। इससे एक दिन पहले तक 8 हजार से भी कम राशन कार्ड ही सरेंडर हो पाए हैं। जबकि प्रशासन का टारगेट 25 हजार से अधिक फर्जी राशन कार्ड सरेंडर कराने का था। वहीं, एक लाख लोगों की कार्ड सदस्यता समाप्त करनी थी, जो करीब 30 हजार तक ही पहुंची है। उल्लेखनीय है कि जिला प्रशासन ने जुलाई को सरेंडर माह घोषित किया था और लोगों को कार्ड सरेंडर करने के लिए लगातार प्रेरित भी किया गया। इसके बावजूद खुद से कार्ड सरेंडर करनेवाले लोगों की संख्या काफी कम रही। ऐसे में अब जिला प्रशासन फर्जी कार्डधारियों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी कर रहा है।

70 हजार नए आवेदन पेंडिंग

जिला प्रशासन के पास करीब 70 हजार से ज्यादा लोगों ने नए राशन कार्ड के लिए आवेदन दिया है। लाभुकों की तय सीमा पार हो जाने के कारण नए कार्ड नहीं बनाए जा रहे हैं। ऐसे में जब तक पुराने और फर्जी कार्डधारियों द्वारा सरेंडर नहीं किया जाएगा, तब तक नए कार्ड जारी नहीं किए जा सकते।

8 हजार नए कार्ड ही होंगे जारी

जितने सदस्यों द्वारा नाम सरेंडर करने की प्रक्रिया की गई है, उसकी सूची तैयार की जा रही है। अनुमान के अनुसार, करीब 30 हजार सदस्यों के सरेंडर करने पर नए 8000 लाभुकों को राशन कार्ड निर्गत किया जा सकता है। इसके बावजूद 62 हजार आवेदन पेंडिंग रह जाएंगे।

नाम वापसी का विशेष कैंप 3-4 को

नाम वापसी की प्रक्रिया के लिए 3-4 अगस्त को कैंप लगाया जाएगा। इसमें मुखिया, जिला परिषद की रिपोर्ट के बाद नाम हटाया जाएगा या कार्ड सरेंडर माना जाएगा। इस कैंप में जिला परिषद के अधिकारी मौजूद रहेंगे।

क्या कहते हैं पार्षद, पूर्व पार्षद

हमारे इलाके के कई भी कई लोगों के राशन कार्ड का आवेदन लंबित है। कई बार प्रयास करने के बावजूद अभी तक नए राशन कार्ड नहीं बन पा रहे हैं। कई लोगों ने फरजी तरीके से कार्ड बनवा रखा है उन्हें स्वेच्छा से कार्ड सरेंडर कर देना चाहिए।

रौशनी खलखो, पार्षद, वार्ड-19

नए लोगों का हजारों की संख्या में आवेदन लंबित है। उन्हें राशन कार्ड निर्गत किया जाना चाहिए। ऐसे सरेंडर की बात से काम नहीं बनेगा इसको अभियान बनाकर फरजी कार्डधारियों के खिलाफ कार्रवाई करनी होगी तभी कुछ संभव हो पाएगा।

सुरेन्द्र नायक, पूर्व पार्षद, वार्ड 2