JAMSHEDPUR: टाटा ग्रुप के चेयरमैन रतन टाटा ने टाटा मोटर्स के कर्मचारियों से कंपनी को एक बार फि र से लीडर बनाने के लिए योजना बनाने को कहा है। टाटा ने कहा कि उन्हें यह देखकर दुख हुआ कि बीते 4-5 साल के दौरान ऑटो कंपनी के मार्केट शेयर में बहुत कमी आई है और लोगों ने इसे फेल होती कंपनी के तौर पर देखा है। रतन टाटा ने यह बातें पुणे में आयोजित सालाना कार्यक्रम में कही। पुणे के टाउनहॉल की परंपरा को टाटा ने पांच साल बाद फि र शुरू किया है।

बढ़ी है कंपनी की सेल

टाटा ने कहा कि टाटा मोटर्स के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन और एमडी गुएंट बुशचेक भविष्य के लिए निर्माण करते रहेंगे। पुण में हुई टाउनहॉल में रतन टाटा ने कहा कि टाटा मोटर्स से जुड़ा होने मेरे लिए गर्व की बात थी क्योंकि हमने जो भी काम शुरू किया हमने उसे पूरा करने की बेहतरीन कोशिश की। चाहे वह प्रॉडक्ट्स की बात हो या पैसेंजर कार बनाने की। वित्त वर्ष 2017-18 में टाटा मोटर्स अपनी सेल्स बढ़ाने में कामयाब हुई। कमर्शियल और पैसेंजर व्हीकल पिछले वित्त वर्ष से 23 फीसद ज्यादा हैए लेकिन 2016-17 में टाटा मोटर्स का ग्रॉस रेवेन्यू 49,100 करोड़ रुपये था जो पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले 316 प्रतिशत ज्यादा था लेकिन टैक्स के बाद हुआ घाटा कई गुना था।

वर्कर्स में है जोश

जानकारी हो कि टाटा मोटर्स के चेयरमैन के पद से रतन टाटा 2012 में रिटायर हो गए थे, लेकिन सालाना टाउनहॉल के दौरान उन्होंने कहा कि जितने भी साल मैं टाटा मोटर्स में रहा मैंने देखा कि कंपनी के लोगों में गजब का जोश है। मुझे खुशी है कि आज मैं यहां खड़ा हूं और दोबारा वही जोश देख पा रहा हूं।