PATNA : अगले साल जनवरी तक बिहार के एक करोड़, भ्ब् लाख राशनकार्ड धारियों को आधार कार्ड से जोड़ दिया जाएगा। साथ ही तीन महीने में सस्ती दरों पर अनाज खरीदने वालों को 'पॉश मशीन' से जोड़ दिया जाएगा। यह निर्णय शुक्रवार को केंद्रीय खाद्य व उपभोक्ता संरक्षण मंत्रालय, भारतीय खाद्य निगम और राज्य सरकार के खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के अधिकारियों के साथ हुई मीटिंग में लिया गया। मीटिंग में केंद्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मामलों के मंत्री रामविलास पासवान भी मौजूद थे।

फर्जी कार्ड की होगी पहचान

पासवान ने कहा कि अन्य राज्यों में सस्ती दर पर अनाज खरीदने वाले म्म् परसेंट राशनकार्ड धारियों को उनके आधार कार्ड से लिंक्ड हो चुके हैं। लेकिन बिहार में यह परसेंटेज महज 0.क्फ् परसेंट है। यानी क्.भ्ब् करोड़ राशन कार्ड में महज ख्0 हजार ही आधार कार्ड से जोड़ा जा सका है। यदि बिहार में आधार कार्ड से जोड़ दिया जाता है तो फर्जी राशनकार्ड की पहचान हो सकती है।

राज्य के खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार ने कहा कि यह काम अगले साल जनवरी तक पूरा हो जाएगा। पासवान ने कहा कि देश भर में राशनकार्ड को आधार कार्ड से जोड़ने के क्रम में ख्.म्ख् करोड़ फर्जी राशनकार्डं की पहचान कर रद्द किया जा चुका है। भारतीय खाद्य निगम के महाप्रबंधक लोकेंद्र सिंह, संयुक्त सचिव प्रशांत त्रिवेदी समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

पासवान ने कहा कि बिहार के विभिन्न जिलों में एफसीआई के लिए गोदामों का निर्माण कार्य जारी है। अबतक बिहार में क्.फ्भ् लाख टन अनाज के भंडारण के लिए गोदाम का निर्माण पूरा कर लिया गया है।