गंभीरता से ध्यान देना होगा

भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) की कल 88वीं वार्षिक बैठक हुई। जिसमें संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद समेत समेत कई बड़ी हस्ितयों ने इसमें भाग लिया। इस दौरान संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर ने मोबाइल कॉल सर्विस पर बयान दिया। उनका कहना है कि डाटा सेवा में काफी सुधार हुआ है लेकिन वॉयस कॉल की गुणवत्ता में अभी काफी ठोस कदम उठाने हैं। सरकार से वॉयस कॉल की गुणवत्ता से किसी तरह का समझौता करने के पक्ष में नहीं है। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि सरकारी और नियामक स्तर पर इस दिशा में सुधार के लिए बहुत कुछ किया गया है। इसके साथ ही अब टेलीकॉम ऑपरेटरों को भी इस पर गंभीरता से ध्यान देने की आवश्यकता है। उनकी सक्रियता से ही इस दिशा में बड़े बदलाव होंगे।

तेजी से काम भी कर रही

इस दौरान उन्होंने डिजिटल इंडिया का भी जिक्र किया। उनका कहना है कि आज स्मार्टफोन के जरिए डिजिटल इंडिया को बल मिला और यह आशावादी भारत के स्वास्थ्य, शिक्षा और पर्यटन से जुड़ी सेवाओं को भी साकार करने का बल मिला है। इतना ही नहीं डिजिटल इंडिया को निजी क्षेत्रों की भागीदारी से अधिक सशक्त बनाया जा सकता है। इस दिशा में केंद्र सरकार काफी तेजी से काम भी कर रही है। आज देश में इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण को बढ़ावा दिया जा रहा है। जिससे इधर 1 साल से अधिक समय से इस क्षेत्र में 1.20 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश चुका है। सबसे खास बात तो है कि अब विदेशी कंपनियां भी यह प्रगति देखते हुए भारत में अपने उत्पाद तैयार करने की तैयारी में हैं। जिसमें एप्पल और फोक्सकॉन जैसी बड़ी कंपनियां शामिल हैं।

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