- जहरीली शराब पीकर मरने वालों को पुलिस ने जबरन कराया दफन

- पुलिस की अमानवीयता से परिजनों में है गहरा आक्रोश

<- जहरीली शराब पीकर मरने वालों को पुलिस ने जबरन कराया दफन

- पुलिस की अमानवीयता से परिजनों में है गहरा आक्रोश

TEDHIMODE(6Feb,JNN): TEDHIMODE(6Feb,JNN): जहरीली अपनी जिम्मेदारी निभा पाने में नाकाम पुलिस का एक और क्रूर चेहरा देखने को मिला। जहरीली शराब पीकर मरने वाले चारों मजदूरों को पुलिस ने जबरन दफन करा दिया। परिजनों की लाख गुहार के बाद भी शवों को उन्हें नहीं सौंपा गया। मायूस घर वालों ने बिना शव मिले ही अंतिम संस्कार की औपचारिकता पूरी की। पुलिस की इस अमानवीयता से बिदनपुर गांव के लोगों में भारी आक्रोश है।

जहरीली शराब ने ले ली थी चार की जान

कोखराज थाना क्षेत्र के बिदनपुर निवासी महेंद्र, श्रीपत, विसेशर और अमरनाथ की जहरीली शराब पीने से मौत हो गई थी। डीएम राजमणि यादव और एसपी रतनकांत पांडेय ने गुरुवार की सुबह मौके पर पहुंचकर परिजनों से मुलाकात की। इसके बाद शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। देर शाम पोस्टमार्टम हाउस से गांव पहुंचे। गांव में घटना को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं थीं। जनप्रतिनिधियों का भी जमावड़ा लगा था। जिला प्रशासन को आशंका थी कि यदि शव दफन नहीं कराए गए तो किसी भी तरह का बखेड़ा खड़ा हो सकता है। इसको ध्यान में रखते हुए पुलिस ने गुरुवार की रात जबरन शवों को दफन करवा दिया। जबकि परिजन इसके लिए तैयार नहीं थे। रात में शवों को दफन कराए जाने से परिजन क्रिया कर्म नहीं कर सके। पुलिस के इस रवैये से ग्रामीणों में गुस्सा है। शुक्रवार को मृतकों के परिजनों ने क्रिया कर्म की औपचारिकता पूरी की।

सुलगती भट्ठियों को रोकने में पुलिस है नाकाम

किसी बवाल की आशंका में मजदूरों के परिजनों से अंतिम संस्कार का हक छीनने वाली पुलिस क्षेत्र में सुलगती भट्ठियों को रोकने में नाकाम है। बिदनपुर के आसपास कच्ची व जहरीली शराब बनाने का धंधा खुलेआम चल रहा है। इसे पुलिस वाले बंद नहीं करा पा रहे हैं। यह पुलिस की नाकामी ही है कि चार मजदूरों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा।