35 के करीब सेकंड हैंड कार बाजार
30 से 40 गाडि़यां हर कार बाजार में
75 के करीब सेकंड हैंड कार हर माह बिकती हैं
2 लाख की कमाई बिना टैक्स दिए हर माह
- रोड से हटाए जाएंगे सेकंड हैंड कार बाजार
- अवैध रूप से रोड पर कब्जा कर खोल रखे हैं शोरूम
- इनके पास नहीं है कार बेचने का लाइसेंस
LUCKNOW: शहर को जाम से मुक्त कराने के लिए जिला प्रशासन और आरटीओ अवैध तरीके से चल रहे सेकंड हैंड कार बाजार को हटाने की तैयारी कर रहा है। जल्द ही इनका सर्वे कर आरटीओ इन्हें खत्म करने का नोटिस जारी करेगा। आरटीओ अधिकारियों के अनुसार बिना परमिशन के पुलिस की मिलीभगत से राजधानी में यह धंधा चल रहा है।
ट्रेड सर्टिफिकेट है अनिवार्य
आरटीओ ऑफिस के अनुसार सेकंड हैंड कार बाजार चलाने की परमिशन आरटीओ ऑफिस नहीं देता है। वहीं किसी भी तरह की गाड़ी के शोरूम को खोलने से पहले आरटीओ से ट्रेड सर्टिफिकेट लेना जरूरी है। लेकिन आरटीओ ऑफिस के कुछ बाबुओं और क्षेत्रीय पुलिस की सहायता से शहर में करीब 30 सेकंड हैंड कार बाजार चल रहे हैं।
फैजाबाद रोड पर सबसे ज्यादा
विभागीय अधिकारियों के अनुसार सर्वाधिक सेकंड हैंड कार बाजार फैजाबाद रोड पर हैं। महानगर से चिनहट तक करीब एक दर्जन से अधिक सेकंड हैंड कार बाजार हैं। आलमबाग एरिया में पांच से छह कार बाजार सड़कों पर जाम का कारण बन रहे हैं। वहीं राजाजीपुरम, जानकीपुरम, गोमतीनगर आदि में भी इनका अवैध रूप से संचालन किया जा रहा है। इनमें से कई कार बाजारों में तो बैनर लगाकर नई कार बेचने का दावा भी किया जा रहा है।
चोरी की कार भी
आरटीओ अधिकारियों के अनुसार कई बार ऐसी शिकायतें भी आई हैं कि इस धंधे में लगे लोग खराब कारें भी खरीदारों को दे देते हैं। वहीं चोरी की कार बेंचने की शिकायत भी सामने आ चुकी हैं।
जल्द हटाई जाएंगी
विभागीय अधिकारियों को जिला प्रशासन ने अतिक्रमण हटवाने के दौरान इन कार बाजारों को भी हटाए जाने के निर्देश जारी किए हैं। साथ ही इनकी जानकारी मांगी है। जल्द ही सभी अवैध सेकंड हैंड कार बजारों को नोटिस देकर इन्हें हटाने का काम शुरू किया जाएगा। अगर इन्होंने अपना धंधा बंद नहीं किया तो मोटर व्हेकिल एक्ट में खिलवाड़ का मुकदमा भी दर्ज किया जाएगा।
कोट
सेकंड हैंड कार बाजार अवैध हैं। इन्हें चलाने वालों ने रोड पर कब्जा कर रखा है। इनके पास ट्रेड सर्टिफिकेट भी नहीं है। इन्हें वाहन खरीदने-बेचने की छूट नहीं है।
एके सिंह, आरटीओ