कमिश्नर के सामने एडीए कंसल्टेंट एजेंसी ने दिया प्रेजेंटेशन

ALLAHABAD: शहर को मेट्रो रेल संचालन से जोड़ने की प्रकिया को प्रशासन पूरा करने में लगा है। कमिश्नर डॉ। आशीष कुमार गोयल की अध्यक्षता में मंगलवार को बैठक हुई। जिसमें एडीए द्वारा मेट्रो रेल योजना बनाने वाली कंपनी यूएमटीसी ने प्रजेंटेशन दिया। जिसमें शहर में मेट्रो संचालन के लिए एक समग्र मोबिलिटी प्लान बनाने हेतु सर्वे के आधार पर तैयार प्रजेंटेशन को दिखाया।

प्रजेंटेशन में शामिल थे प्वाइंट्स

इस ड्राफ्ट प्रजेंटेशन में बताया गया कि 2017 से 2041 के मध्य जनसंख्या और यातायात में होने वाली वृद्धि को दृष्टिगत रखते हुए नगर के लगभग 770 वर्ग किलोमीटर के यातायात क्षेत्र के लिए एक योजना तैयार करनी होगी। जिसमें मेट्रो संचालन के साथ सुगम ायातायात को सरल बनाया जाएगा। कश्मिनर ने कंपनी को सुझाव दिया कि स्मार्ट सिटी परियोजना और अन्य विकास योजनाओं में यातायात विकास के लिए किए जा रहे कार्यो को मेट्रो संचालन की योजना से जोड़कर एक समन्वित प्लान तैयार किया जाए और सिटी बस रूट की प्लानिंग तथा बस ट्रांजिट रूट इत्यादि का निर्धारण सभी कार्यदायी एजेंसियां एक साथ मिलकर तैयार करें।

एजेंसी ने बताया प्लान

कंसल्टेंट एजेंसी ने बताया कि मेट्रो संचालन के लिए बमरौली से आने वाले कानपुर रोड, कौडि़हार से होकर आने वाले रोड, इसी प्रकार प्रतापगढ़ से होकर आने वाले फैजाबाद रोड, सहसों से होकर आने वाले रोड तथा बहादुरपुर से होकर जीटी रोड और नैनी के आस-पास मिर्जापुर रोड पर यातायात घनत्व को देखते हुए मेट्रो का ट्राफिक प्लान बनाया जा रहा है। कंपनी द्वारा बताया गया कि आने वाले 20 वषरें में बढ़ते यातायात के दबाव को ध्यान में रखकर एक-दूसरे से समकोण पर जुड़े हुए मेट्रो रूट की योजना इलाहाबाद के लिए बनाई जा सकती है। जिससे शहर की चारों दिशाओं पर मेट्रो के मुख्य टर्मिनल विकसित किए जा सकें।

यहां संभावित होंगे टर्मिनस

इसमें अकबरपुर से झूसी होते हुए बागीपुर तथा इसी प्रकार नैनी क्षेत्र से बमरौली एवं फाफामऊ को जोड़ने वाले टर्मिनल सम्भावित होंगे। प्रस्तावित मेट्रो रूट पर बमरौली एयरपोर्ट तथा सभी प्रमुख रेलवे स्टेशनों एवं सिविल लाइंस, जीरो रोड, लीडर रोड आदि प्रमुख बस अड्डों के अलावा नगर की प्रमुख सड़कें का भी सर्वे किया जा चुका है। कमिश्नर ने कहा कि बीएसएनएल, सीएनजी, बिजली विभाग, नगर निगम किसी भी दशा में आवश्यकतानुसार सड़कों की खुदाई की अनुमति विलम्बतम मार्च 2018 के अंत तक प्राप्त कर जून तक पूरी कर दें। जून के बाद किसी सड़क को खोदने की अनुमति नही दी जाएगी।