Spot-1: कैंट रेलवे स्टेशन

पटना में हुए सीरियल बम धमाकों के बाद भी सिटी के हाई सेंसेटिव प्लेस कैंट रेलवे स्टेशन की सिक्योरिटी पूरी तरह से भगवान भरोसे है। दोपहर में जब हमने कैंट रेलवे स्टेशन के मेन हॉल से प्लेटफॉर्म नंबर एक में एंट्री की तो सिक्योरिटी के नाम पर हमें कुछ भी नहीं दिखा। गेट पर लगे मेटल डिटेक्टर गायब थे जबकि सीसी कैमरे जमीन की ओर झुके हुए थे। इसके अलावा जीआरपी के जवान भी आराम फरमा रहे थे।

Spot-2: सारनाथ

आई नेक्स्ट के रियलिटी चेक में हम जब सारनाथ स्थित मूलगंध कुटी विहार, पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के अंतर्गत होने वाले खंडहर और म्यूजियम तक पहुंचे तो यहां भी ढाक के तीन पात मिले। बौद्ध सर्किट को लेकर लगातार खुफिया एजेंसियों की ओर से अलर्ट किया जा रहा है। बावजूद इसके सारनाथ में कहीं भी हमें सिक्योरिटी टाइट नहीं दिखी। हर जगह एंट्री गेट पर पुलिस के जवान तो दूर, चेकिंग करने वाला प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड भी मौजूद नहीं था। यहीं वजह है कि अंदर जाने वाला हर शख्स बैग टांगे और हाथों में कुछ भी लिए बड़े आराम से अंदर जा रहा था।

Spot-3: दशाश्वमेध और शीतला घाट

पहले भी आतंकियों का निशाना बन चुके वल्र्ड फेमस दशाश्वमेध और शीतला घाट की सुरक्षा को भी हमने परखा। यहां पहुंचने के बाद जब हमने दिसम्बर 2010 में शीतला घाट ब्लास्ट के बाद हुए सुरक्षा तामझाम को परखा तो हमें सब कुछ गायब मिला। शीतला घाट पर एंट्री के वक्त लगाये गए मेटल डिक्टेक्टर जहां गायब मिले। वहीं दशाश्वमेध घाट पर सीढिय़ों पर लगे मेटर डिक्टेक्टर कबाड़ की तरह साइड में रखे थे। आस-पास के लोगों ने बताया कि दोनों मेटल डिटेक्टर खराब हैं। घाट पर कहीं भी पुलिस को कोई जवान दूर-दूर नजर नहीं आया।

अब क्यों नहीं हंगामा?

 पिछले दिनों ही गया में हुए ब्लास्ट के बाद इसके मेन आरोपी तहसीन अहमद उर्फ मोनू के शहर में होने की सूचना मिली थी। इस खबर से हड़कंप मच गया था। डीएम से लेकर एसएसपी तक ने सिटी के दशाश्वमेध और शीतला घाट, कैंट स्टेशन और सारनाथ की सिक्योरिटी को पुख्ता किए जाने का दावा किया था। मगर पटना में रविवार को हुए बम धमाकों के बाद सिक्योरिटी टाइट किये जाने के बयान सामने आए। कुछ जगह चेकिंग भी हुई। मगर जब आई नेक्स्ट ने पटना सीरियल ब्लास्ट के अगले ही दिन सिटी के सेंसेटिव प्लेसेस की सिक्योरिटी को चेक किया तो कुछ भी ऐसा नहीं दिखा तो पुलिस की एलर्टनेस को शो करता हो।

एलर्ट के बाद भी नींद में

एक-दो बार नहीं बल्कि आधा दर्जन आतंकी हमलों के बाद भी बनारस और यहां के अफसरों ने सबक नहीं सीखा है। शायद एक वजह ये भी है कि मौजूदा किसी भी अफसर ने आतंकी हमले की सिचुएशन को फेस नहीं किया है और सभी यहां के लिए नये हैं। आईबी ने भी पिछले दिनों जेल से भागने के बाद दस लाख के ईनामी आतंकी तहसीन अहमद उर्फ मोनू के बनारस में मौजूद होने के इनपुट दिये थे। इसके अलावा बनारस का  सारनाथ आतंकियों की लिस्ट में सबसे ऊपर है, ये इनपुट भी मिल चुका है। इन सब के बावजूद यहां की पुलिस कुंभकरण वाली नींद से उठने को तैयार नहीं है।

आधा दर्जन आतंकी पूर्वांचल-बिहार में!

बनारस जैसे अतिसंवेदनशील शहर की सिक्योरिटी को लेकर पुलिस को सुस्त रवैया किसी बड़ी आंतकी घटना को दावत देने जैसा है। ये हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि पिछले दिनों रांची से पकड़े गए आंतकी भटकल ने पूछताछ के दौरान इंट्रोगेशन में ये क्लू दिया था। उसने ये भी कबूला था कि इंडियन मुजाहिदीन के ट्रेंड आधा दर्जन आतंकी पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में मौजूद हैं और बड़ी घटनाओं को अंजाम देने में जुटे हैं। चूंकि पटना में धमाके होने के बाद रांची से ही एक आतंकी पकड़ा भी गया है। इसलिए खुफिया एजेंसियों को ये चिंता भी सताने लगी है कि कहीं अब अगला निशाना बनारस तो नहीं है। मगर ये चिंता खुफिया एजेंसियों की है, वाराणसी पुलिस की नहीं।  

आने को है त्यौहार

पटना ब्लास्ट के बाद एलर्टनेस की बात तो हो रही है लेकिन आई नेक्स्ट के रिएलिटी चेक में जिस तरह का सिक्योरिटी लैक सामने आया है वो चौंकाने वाला है। पुलिस की ये सुस्ती इसलिए भी थोड़ा खटक रही है क्योंकि आने वाले दिनों में धनतेरस, दीवाली, डाला छठ और देव दीवाली जैसे पर्व आने वाले हैं। इन सभी पर्व पर अपने शहर में अच्छी खासी भीड़ रहती है। इसलिए जरा सी लापरवाही कई लोगों की जान पर भारी पड़ सकती है।

आप भी रहे एलर्ट तो बने काम

- अगर कोई संदिग्ध वस्तु दिखे तो कंट्रोल रुम को तुरंत सूचना दें।

- घर के आस पास अगर कोई नया व्यक्ति आया है और उसकी एक्टिविटी डाउटफुल लग रही है तो पुलिस को तुरंत इंफार्म करें।

- जहां तक हो सके भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें।

- घाट, मंदिर, मॉल, बाजार में जाते वक्त ज्यादा एलर्ट रहें।

- अफवाहों पर जरा भी ध्यान ने दें। हर इन्फार्मेशन को क्रास चेक करें।

नये एसएसपी ने दिलाया भरोसा

पटना में हुए बम धमाकों के बाद पुलिस पूरी तरह से अलर्ट है। ये कहना है एसएसपी राजेश मोदक का। संडे को ही ज्वाइन करने वाले एसएसपी ने सिटी के मेन प्लेसेस की सिक्योरिटी को टाइट किए जाने की बात कहीं। उन्होंने कहा कि पटना ब्लास्ट के बाद फोर्स को सेंसटाइज किया गया है और हर मोर्चे पर अलर्ट रहने को कहा गया है। घाटों से लेकर सारनाथ और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में फोर्स की मौजूदगी रहेगी। ताकि पब्लिक को सेफ फील कराया जा सके।