-सरस्वती विद्या मंदिर हर साल देता है स्टेट को टॉपर

-अनुराग चमोला ने स्टेट में फोर्थ रैंक हासिल की

DEHRADUN : बोर्ड रिजल्ट में भले ही दून के होनहारों की गिनती जरा कम देखने को मिली, लेकिन दून में एक स्कूल ऐसा भी है, जहां साक्षात मां सरस्वती वास करती हैं। इस स्कूल में हर साल टॉपर्स तराशे जाते हैं। यह स्कूल अपने नाम को साकार करते हुए स्टेट को हर साल टॉपर्स प्रदान करता है। धर्मपुर के श्री गोवर्धन सरस्वती विद्यामंदिर इंटर कॉलेज में जहां पिछले साल तीन स्टूडेंट्स टॉप ट्वेंटी में रहे थे वहीं इस साल स्टूडेंट अनुराग चमोला ने ट्वेल्थ में फोर्थ रैंक हासिल कर स्कूल के नाम को साकार किया है।

स्कूल देता है हर साल स्टेट टॉपर्स

स्टेट बोर्ड में भले ही ग‌र्ल्स ने ब्वॉयज को पछाड़ दिया, लेकिन स्टेट बोर्ड की मेरिट में दून के ब्वॉयज ने अपनी जगह बनाकर ग‌र्ल्स को टॉप रैंक पर पीछे छोड़ दिया है। दून के धर्मपुर एरिया के श्री गोवर्धन सरस्वती विद्यामंदिर इंटर कॉलेज के अनुराग चमोला ने ट्वेल्थ में फोर्थ रैंक हासिल कर दून का नाम रोशन किया है। सरस्वती विद्या मंदिर पिछले कई सालों से स्टेट को टॉपर्स दे रहा है। पिछले साल जहां इस स्कूल से टॉप ट्वेंटी में तीन स्टूडेंट हिमांशु भट्ट ने क्क्, दिलीप पंवार ने क्भ् और शैफाली नेगी ने क्9 वीं रैंक पर जगह बनाई थी वहीं इस साल अनुराग ने टॉप फोर में आकर स्कूल का नाम रोशन किया। श्री गोवर्धन सरस्वती विद्यामंदिर इंटर कॉलेज जितना बड़ा इस स्कूल का नाम है उतनी ही इसकी पहचान भी है। ट्यूजडे को बोर्ड द्वारा जारी की गई मेरिट लिस्ट में एसजीएसवीआईसी के स्टूडेंट ने एक फिर अपने स्कूल का नाम रोशन किया। इस साल स्कूल के स्टूडेंट अनुराग चमोला टॉप फोर रहे। अनुराग ने भ्00 में से ब्भ्भ् नंबर हिसल किए।

ख्00ख् से टॉपर्स दे रहा स्कूल

एसजीएसवीआईएस की शुरुआत ख्00क् में हुई थी और ख्00ब् तक इस विद्यामंदिर को हाईस्कूल तक की मान्यता प्राप्त थी। अपने शुरुआती साल ख्00ख् में यहां टॉपर्स निकलने शुरू हो गए थे। उस समय हाई स्कूल में प्रीतम चौहान का सेवंथ और कंचन देवपा का फिफ्टींथ रैंक रही। इसके बाद इंटर की मान्यता मिलते ही ख्00भ् में स्कूल के चार स्टूडेंट्स अंकित फोर्थ, संदीप फोर्टीथ, अरूण सजवाण क्8वें और अनूप रावत ख्ख् वें नंबर पर स्टेट की मेरिट लिस्ट में रहे। साल ख्0क्ख् में भी इसी स्कूल के महेश बिजल्वाण 7वें, अखिल उनियाल क्8वें और आकांक्षा भट्ट ख्0 वें स्थान पर मेरिट लिस्ट में रही। ख्0क्फ् में तीन स्टूडेंट हिमांशु भट्ट ने क्क्, दिलीप पंवार ने क्भ् और शैफाली नेगी ने क्9 वीं रैंक पर जगह बनाई थी।

पहले दिन से तैयार होते है टॉपर्स

स्कूल का पहला दिन स्टूडेंट्स के सपनों की उड़ान को पंख देने में अहम भूमिका निभाता है। यहां फ‌र्स्ट डे टेंथ और ट्वेल्थ के स्टूडेंट्स से उनके बोर्ड परसेंटेज के बारे में लिखित में लिया जाता है। स्टूडेंट्स अपने मुताबिक बोर्ड में कितनी परसेंटेज गेन करेंगे यह पहले ही लिखित में देते हैं। स्कूल प्रिंसिपल भानू प्रकाश गुप्ता ने बताया कि पहले दिन स्टूडेंट्स के हौसलों की उड़ान को परखा जाता है। इसके बाद उनकी अलग-अलग मीटिंग लेकर शिखा का महत्व बताया जाता है। कमजोर बच्चे अक्सर अपनी परसेंटेज कम लिखकर देते हैं, लेकिन स्कूल उन बच्चों में एक्स्ट्रा क्लासेज के जरिए विनिंग पोटेंशियल डेवलप करता है। ताकि उनमें आत्मविश्वास पैदा किया जा सके। दो-दो महीने में होने वाले एग्जाम में बच्चे के ओवर ऑल डेवलपमेंट पर बौर किया जाता है इसके बाद, जिसमें वह कमजोर है उसके लिए अलग से बच्चे को तैयार किया जाता है।

इंजीनियर बनने का है ख्वाब

फोर्थ रैंक हासिल करने वाले स्टूडेंट अनुराग चमोला के फादर मनोज चमोला जीआईसी बेड़ाधार नरेंद्र नगर में पॉलिटिकल साइंस के लेक्चरर हैं। अनुराग ने बताया कि इस साल आईआईटी के अप्लाई नहीं कर पाया। उनका सपना है कि वह आईआईटी से बीटेक कंप्यूटर साइंस कर सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनें। इसी मकसद से वह इस साल से कोचिंग भी स्टार्ट कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि नंबर्स गेन करने में स्टेट बोर्ड दूसरे बोर्ड से थोड़ा मुश्किल होता है लेकिन जरा सी मेहनत और पक्का इरादा इस लक्ष्य को आसान बना देता है। कोई भी स्टूडेंट मेहनत और लगन के साथ तैयारी कर टॉपर्स में जगह बना सकता है।

लंबी है उड़ान

मुझे उम्मीद नहीं थी कि स्टेट के टॉप फोर में जगह बना पाऊंगा। मेरी सक्सेस मेरे फादर और स्कूल टीचर्स की देन है। मैं सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहता हूं। इसी मकसद के साथ अब नेक्स्ट ईयर के लिए जेईई की तैयारी करूंगा।

- अनुराग चमोला, टॉपर

स्कूल का प्रयास होता है कि बच्चा अपनी कैलीबर को पहचान कर तैयारी करे। स्कूल फ‌र्स्ट डे से इस पर मेहनत करता है। बच्चे की प्रतिभा को पहचान कर उसे तराशना स्कूल का पहला लक्ष्य रहा है।

- भानू प्रकाश शर्मा, प्रिंसिपल,

श्री गोवर्धन सरस्वती विद्यामंदिर इंटर कॉलेज

अनुराग चमोला मा‌र्क्स हाइलाइट्स

स्टेट रैंक - फोर्थ

ओवर ऑल परसेंटेज - 9क् परसेंट

ओवर ऑल माक्सर्1 - ब्भ्भ्/भ्00

सब्जेक्ट वाइज मा‌र्क्स-

हिंदी - 9फ्

इंग्लिश - 80

फिजिक्स - 9फ्

कैमेस्ट्री - 9क्

मैथेमैि1टक - 98

टॉपर टिप्स

- एग्जाम में कोई भी बेहतर कर सकता है, जो भी पढ़े मन लगाकर पढ़ें।

- क्लासरूम्स सबसे बेहतर ट्यूशन है यहां कॉन्सेप्ट समझ गए तो किसी ट्यूशन की जरूरत नहीं।

- पढ़ने के लिए घंटे मैटर नहीं करते, ध्यान लगाकर जो पढ़ो वह बेहतर याद रहता है।

- रिजल्ट से कभी डीमोरलाइज नहीं होना चाहिए। इसे भूलकर आगे की पढ़ाई को मजबूत इरादों के साथ तैयारी हेल्पफुल होती है।

- जितना हो सके चैप्टर्स और टॉपिक्स को नोट्स बनाकर पढ़ें।

- रोजाना एक सब्जेक्ट की तैयारी न करें। सब्जेक्ट्स को शफल करते रहें।

- कॉन्सेप्ट को क्लियर करते हुए सब्जेक्ट्स के टॉपिक्स की तैयारी करें।