11 साल पहले शुरू किया फ्लिपकार्ट, सचिन का अलग होना भावुक क्षण
नई दिल्ली (प्रेट्र)। फ्लिपकार्ट और वालमार्ट सौदे से 'जय-वीरू' की जोड़ी टूट गई है। भारतीय स्टार्टप की दुनिया में सचिन बंसल और बिन्नी बंसल 'जय-वीरू' की की जोड़ी के तौर पर जाने जाते थे। दोनों ने मिलकर 11 साल पहले फ्लिपकार्ट की नींव डाली थी। वालमार्ट द्वारा फ्लिपकार्ट को खरीदे जाने के बाद सचिन ने कंपनी से अलग होने का फैसला किया। एक मीडिया संबोधन में कंपनी के सह-संस्थापक बिन्नी बंसल ने कहा कि सचिन का अलग होना हमारे लिए एक भावुक क्षण था। जब बिन्नी से पूछा गया कि उन्होंने सचिन को मनाने की कोशिश क्यों नहीं की तो उन्होंने इस बात पर चुप्पी साध ली।
सचिन ने अपनी 5.5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेच दी, वालमार्ट ने खरीदी
अमेरिकी कंपनी वालमार्ट ने फ्लिपकार्ट की बड़ी हिस्सेदारी खरीद ली है। सचिन बंसल की फ्लिपकार्ट में 5.5 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। 1 अरब डॉलर में अपनी हिस्सेदारी बेचकर सचिन कंपनी से बाहर निकल गए। सचिन और बिन्नी आईआईटी दिल्ली से 2005 में पास आउट हैं। दोनों रिश्तेदार तो नहीं हैं लेकिन आईआईटी दिल्ली में मिले और पढ़ाई खत्म करके बेंगलुरू चले गए। 2007 में उन्होंने फ्लिपकार्ट लांच कर दिया, जिसे 'अमेजन ऑफ इंडिया' की तौर पर पहचान मिली। इसकी कीमत तकरीबन 21 अरब डॉलर है। वालमार्ट ने इसकी 77 प्रतिशत हिस्सेदारी 16 अरब डॉलर में खरीद ली है।
आईआईटी दिल्ली के 8 दोस्तों का था ग्रुप, दोनों चले गए बेंगलुरू
इसलिए वालमार्ट 16 अरब डॉलर में खरीद रहा फ्लिपकार्ट, गिनाईं वजहें
दो आईआईटियन फ्रेंड्स ने क्रिएट किया फ्लिपकार्ट को, एक कमरे से की थी काम की शुरुआतवॉलमार्ट ने भारत में दी थी करोड़ों डॉलर की रिश्वत
Business News inextlive from Business News Desk