- कार्यशाला में लखनऊ से आए अधिकारियों ने किया जोन के अधिकारियों व पुलिसकर्मियों को ट्रेंड

- डायल 100 नंबर को लखनऊ से जोड़ा जाएगा

- शहर का सर्वे कर सभी लोकेशन सॉफ्टवेयर में फीड की जाएगी

Meerut: 100 नंबर पर कॉल कर फर्जी सूचना देने वाले संभल जाएं। क्योंकि अब नई तकनीक के माध्यम से 100 नंबर को और स्ट्रांग बनाने की कवायद शुरू हो गई है। अब पूरे प्रदेश के कंट्रोल रूम को लखनऊ कॉल सेंटर से जोड़ा जाएगा। साथ ही हर कॉलर की सभी बताई गई पूरी सूचना रिकॉर्ड की जाएगी। ये जानकारी पुलिस लाइन में कार्यशाला के दौरान लखनऊ से आए एसपी टै्रफिक अभिषेक सिंह ने दी। उन्होने नई व्यवस्था 2 अक्टूबर से शुरू करने की बात कही है।

लखनऊ से आएगी कॉल

उन्होने बताया कि कॉलर की कॉल लखनऊ कॉल सेंटर पर उठेगी। उसके बाद वहीं लोकेशन के हिसाब संबंधित थाने को सूचना दी जाएगी। इसके अलावा नई तकनीक के माध्यम से यह भी लखनऊ ही पता चल जाएगा कि कॉल के बाद कितना रेस्पांस आया है।

लगेगें नए वायरलेस सिस्टम कार्यशाला के दौरान जोन के सभी एसपी टै्रफिक को ट्रेनिंग देते हुए स्क्रीन के माध्यम से उन्होने बताया कि अब सभी पुलिस जीप व पुलिस कर्मियों को नए वायरलेस सेट दिए जाएंगे। नए पुराने सेट की रेंज केवल एक जनपद तक ही सीमित रहती थी। लेकिन अब पूरे प्रदेश के किसी भी चौकी, थाने पर स्वंय डीजीपी भी किसी घटना पर फीडबैक ले सकते हैं।

जीआईएस एप की जानकारी दी

एसपी टै्रफिक लखनऊ ने सभी अधिकारियों व पुलिसकर्मियों को अपने मोबाइल में जीआईएस एप डाउनलोड कर उसे संचालित करने की स्क्रीन के माध्यम से ट्रेनिंग दी गई।

ये रहे मौजूद

कार्यशाला में मुख्य रूप से एसएसपी मेरठ जे रविन्द्र गौड़, एसएसपी मुज्जफरनगर दीपक कुमार, एसपी टै्रफिक किरण यादव, एसपी टै्रफिक गौतमबुद्वनगर, एसपी टै्रफिक गाजियाबाद, एसपी टै्रफिक हापुड़, एसपी टै्रफिक सहारनपुर, बुलंदशहर सहित जोन के सभी जनपदों के अधिकारी मौजूद रहे।

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