-2008 में उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग से जारी प्रिंसिपल भर्ती का आज तक हला भला नहीं

-उच्चतर शिक्षा सेवा चयन आयोग की प्रवक्ता भर्ती की प्रक्त्रिया 2010 से है पेंडिंग

-माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की 2011 की टीजीटी-पीजीटी भर्ती के लिए आज तक परीक्षा ही नहीं हुई

-यूपीपीएससी ने जारी ही नहीं किया लोअर, पीसीएस जे और आरओ-एआरओ-2014 की नियुक्ति का विज्ञापन

shyam.sharan@inext.co.in

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग से लेकर माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड तक प्रतियोगी छात्रों के सपनों के साथ छल करने में लगे हैं। कई वेकेंसीज ऐसी हैं जिन पर नियुक्ति की प्रक्रिया छह साल पहले शुरू हुई थी और आज भी पेंडिंग है। इससे बड़ा सवाल खड़ा होता है कि आखिर कब तक छले जाएंगे प्रतियोगी छात्र? क्यों न वह सरकारी तंत्र के खिलाफ आवाज बुलंद करें।

सबकी एक राम कहानी

इलाहाबाद में लोक सेवा आयोग उत्तर प्रदेश, उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग, माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड का मुख्यालय स्थित है। एसएससी का रिजनल मुख्यालय भी यहीं है। इसे आईएएस और पीसीएस की तैयारी का गढ़ माना जाता है। इसी के चलते पूवरंचल के साथ ही बड़ी संख्या में बिहार के छात्र यहां पढ़ाई के साथ तैयारी के लिए आते हैं। सरकारी नौकरी के साथ बेहतर भविष्य का सपना संजोए इलाहाबाद आने वाले छात्रों के साथ भर्ती बोर्ड और कमीशन कैसे छल कर रहे हैं, डालते हैं एक नजर

लोक सेवा आयोग उत्तर प्रदेश

लोअर सबआर्डिनेट ख्009 वेकेंसी के नतीजे अभी तक फाइनल नहीं हो सके हैं। प्रतियोगी छात्रों के दबाव बनाने पर पिछले दिनों मेंस का रिजल्ट घोषित किया गया और अब इंटरव्यू शुरू हुआ है। इंटरव्यू की प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही फाइनल रिजल्ट आने की संभावना बनेगी। बता दें कि पीसीएस के बाद कमीशन की यह बड़ी भर्ती परीक्षाओं में एक है।

लोअर सबआर्डिनेट ख्0क्फ्

इस परीक्षा का अभी तक सिर्फ प्री का रिजल्ट आया है। मेंस का एग्जाम कब से होगा, अभी तक इसका कुछ अता पता नहीं है।

पीसीएस (जे) मेंस ख्0क्फ्

इसका परिणाम अभी पेंडिंग है। बता दें कि इस परीक्षा के प्री एग्जाम में गलत सवालों को लेकर बवाल खड़ा हुआ था। आयोग ने गलती स्वीकार नहीं की तो प्रतियोगी छात्र कोर्ट चले गए। कोर्ट के आदेश पर क्भ् सवालों में जनरल मार्किंग का आदेश दिया गया। इसके बाद मेंस परीक्षा आयोजित हुई।

आरओ-एआरओ ख्0क्फ्

लोक सेवा आयोग उत्तर प्रदेश की तीसरी बड़ी रिक्रूटमेंट ड्राइव आरओ-एआरओ नियुक्ति के लिए विज्ञापन पिछले साल घोषित किया गया था। पिछले साल ही प्री परीक्षा आयोजित भी हुई। इसके बाद से सन्नाटा है। मेंस कब होगा? इसका कोई शिड्यूल जारी नहीं किया गया है। अभी तक प्री परीक्षा की मार्कशीट भी नहीं जारी की गई।

सात महीने बाद भी नियुक्तियां घोषित नहीं

लोक सेवा आयोग प्रत्येक वर्ष पीसीएस, लोअर सब आर्डिनेट, पीसीएस जे और आरओ-एआरओ का विज्ञापन जारी करता है। पीसीएस को छोड़ दिया जाय तो आधा साल बीतने के बाद भी अभी तक किसी का विज्ञापन ही जारी नहीं किया गया है।

उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग

प्रिंसिपल भर्ती ख्008

आयोग ने डिग्री कॉलेजेज में प्रिंसिपल्स की भर्ती के लिए नियुक्तियां ख्008 में फ्ख् और फिर भ्0भ् पदों के लिए घोषित की थी। आज तक इन्हें फाइनल नहीं किया जा सका है।

प्रवक्ता भर्ती ख्0क्0

कमीशन ने वर्ष ख्0क्0 में भ्ब्म् पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन निकाला था। नियुक्ति डिग्री कॉलेजेज में रिक्त लेक्चरर के पद पर होनी थी। आज तक इसका भी कुछ हला-भला नहीं हो सका है।

असिस्टेंट प्रोफेसर ख्0क्फ्

हायर एजुकेशन सर्विस कमीशन ने ख्0क्ब् में क्म्भ्ख् पदों पर नियुक्ति के लिए विज्ञापन जारी किया था। असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर होने वाली नियुक्तियों के लिए आवेदन भी मांग लिए गए हैं। लेकिन इसके बाद से आयोग की चाल मंद पड़ चुकी है।

माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड

टीजीटी-पीजीटी ख्0क्क्-ख्0क्फ्

बोर्ड ने वर्ष ख्0क्क् में टीजीटी-पीजीटी की वेकेंसी घोषित की थी। इस प्रॉसेस के तहत माध्यमिक विद्यालयों में प्रवक्ता के रिक्त पदों पर नियुक्ति की जानी थी। पांच साल बीतने को हैं और आज तक फॉर्म जमा करवाने से एक कदम भी आगे बोर्ड नहीं बढ़ा है। यही हाल ख्0क्फ् में इसी पद के लिए आई वेकेंसी का है। परीक्षा जल्द से जल्द आयोजित कराने की मांग को लेकर प्रतियोगी छात्र बोर्ड के दफ्तर पर दर्जनो बार प्रदर्शन कर चुके हैं लेकिन साल्यूशन नहीं मिला।

प्रिंसिपल भर्ती ख्0क्क्

बोर्ड ने सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में प्रिंसिपल पद पर नियुक्ति के लिए इंटरव्यू प्रक्रिया इसी महीने शुरू की। लेकिन, प्रक्रिया पूरी होने से पहले ही ऐसा बवंडर खड़ा हुआ कि इसे एक बार फिर से टाल दिया गया है।

मॉडल स्कूलों का क्या होगा

प्रदेश सरकार ने केन्द्रिय विद्यालयों की तर्ज पर यूपी में मॉडल विद्यालय डेवलप करने की घोषणा की है। प्रदेश भर में बनने वाले क्9ब् विद्यालयों में टीचर्स की नियुक्ति भी बोर्ड को ही करनी है। जबरदस्त अंदरूनी कलह से जूझ रहा बोर्ड निर्धारित समय के भीतर नियुक्तियां कैसे पूरी कर पाएगा? यह खुद में एक सवाल है।

एसएससी

प्रतियोगी छात्रों का बीपी बढ़ाकर रखने में एसएससी भी कहीं से पीछे नहीं है। सीजेएल री एग्जाम ख्0क्फ् का रिजल्ट अभी भी पेंडिग हैं। खास बात तो यह है कि सीजीएल ख्0क्ब् परीक्षा की डेट भी अभी घोषित नहीं गई है।

अब आ गया अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड

यूपी गवर्नमेंट ने इसे समूग ग और घ की भर्तियां करने के लिए अथराइज्ड किया है। इसी महीने इसके गठन को औपचारिक मंजूरी मिली है। हालांकि इस संस्था की तरफ से अभी तक किसी भी नियुक्ति के लिए विज्ञापन जारी नहीं किया गया है लेकिन गवर्नमेंट की तरफ से जो संकेत मिले हैं उसके मुताबिक आने वाले एक साल के भीतर बोर्ड पांच लाख से अधिक नियुक्तियां करेगा। स्टेट कैबिनेट इसके गठन की मंजूरी दे चुका है।