RANCHI: झारखंड लोक सेवा आयोग ने राज्य के विभिन्न यूनिवर्सिटी एवं उनके कांस्टीट्यूएंट कॉलेजों में नियुक्तियों की प्रक्रिया प्रारंभ की है। लेकिन रांची यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्तियों को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। इन नियुक्तियों में कई प्रकार की खामियां भी उभर कर सामने आ रही हैं। जिन पदों और विषयों के असिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्तियों के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं, उनमें ज्यादातर क्षेत्रीय भाषाओं के विषयों को प्राथमिकता दी गई है। कई महत्वपूर्ण विषय ऐसे भी हैं, जिनमें नियुक्तियों की आवश्यकता है और उन विभागों में छात्रों की संख्या भी काफी है। कई विभाग ऐसे हैं जहां छात्रों का एडमिशन हर साल सबसे ज्यादा होता है, लेकिन उन विभागों में शिक्षकों की घोर कमी है। कई ऐसे भी है जहां स्टूडेंट की संख्या दहाई के आंकड़ों को भी नहीं छूती है फिर भी ऐसे बिन्दुओं पर आकलन किए बगैर ही नियुक्तियों की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है, जो शिक्षा की व्यवस्थाओं पर सवाल उठाता है।

1978 में सृजित पद हैं आधार

जेपीएससी द्वारा नियुक्तियां 1978 में सूजित पद के आधार पर की जा रही हैं। करीब 40 साल में पहली बार नियुक्ति की जा रही है। आज रांची यूनिवर्सिटी में 22 पीजी के विभाग हैं और करीब डेढ लाख स्टूडेंट यूनिवर्सिटी व अंगीभूत कॉलेजों में विभिन्न विषयों की पढ़ाई करते हैं। फिजिक्स, केमिस्ट्री मैथ्स और एंथ्रोपोलॉजी सहित हिन्दी और पॉलिटिकल साइंस ऐसे विभाग हैं, जहां छात्रों की संख्या हजारों में है और शिक्षकों की कमी की वजह से हर साल सेशन लेट हो जाता है। बड़ा सवाल ये है कि क्षेत्रीय भाषाओं के विषयों में एडमिशन का रेशियों अन्य विषयों के मुकाबले काफी कम है, तो फिर अन्य विषयों में शिक्षकों की नियुक्तियों को क्यों हाशिए पर रखा जा रहा है।

उठ रहे सवाल

-डिपार्टमेंट वाइज जरूरत के हिसाब से पद सृजित क्यों नहीं किया गया?

-जिन विषयों में कम स्टूडेंट्स हैं, तो उन्हीं में नियुक्ति क्यों?

-क्या 40 साल पुराने सृजित पदों पर नियुक्ति आज के दौर में तर्कसंगत है?

-हिन्दी, विज्ञान आदि विषयों में क्या शिक्षकों की जरूरत नहीं है?

इन विषयों में नियुक्ति नहीं हो रही

एंथ्रोपोलॉजी, बॉटनी, केमिस्ट्री, अर्थशास्त्र, ज्योलॉजी, हिन्दी, हिस्ट्री, होम साइंस, मैथ्स, फिलास्फी, फिजिक्स, उर्दू।

इन विषयों में हो रही हैं नियुक्तियां

इंग्लिश-4

ज्योग्राफी- 16

खडि़या- 5

खोरठा - 6

कुरमाली- 2

कुड़ुख- 16

नागपुरी-4

मुंडारी- 25

पंचपरगनिया- 7

राजनीति विज्ञान- 8

साइकोलॉजी- 2

संस्कृत -2

संथाली -3

सोशियोलॉजी - 15