बीएसपीएचसीएल के असिस्टेंट ग्रेड में कट ऑफ के नीचे वाले कैंडिडेट भी हो गए पास

PATNA: बिहार में नौकरी के नाम घोटाले उजागर होते रहे हैं। नया मामला बिजली विभाग का आया है। बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड (बीएसपीएचसीएल) में भर्ती घोटाला उजागर हुआ है। घोटाले का खुलासा असिस्टेंट ग्रेड फोर की परीक्षा के रिजल्ट आने के बाद हुआ है। अफसरों ने अपनी पसंद के कैंडिडेट को रखने के लिए सारे नियमों को ताक पर रख दिया। ग‌र्ल्स कैंडिडेट के क्वालिफाइंग से भी कम नंबर आने पर उन्हें क्वालीफाई कर दिया गया। यही नहीं मेल कैंडिडेट को ग‌र्ल्स कैटेगरी में डालकर पास कर दिया गया। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के पास वह सभी सबूत है जो इस घोटाले को उजागर कर रहे हैं। गड़बड़ी उजागर होने के बाद कुछ कैंडिडेट भी इस परीक्षा को रदद करने की मांग कर रहे हैं।

कम मा‌र्क्स पर भी क्वालिफाई

इस परीक्षा के नोटिफिकेशन में जनरल के लिए क्वालिफाइंग 40, बीसी के लिए 36.5, एससी, एसटी और फीमेल कैंडिडेट के लिए 32 फीसदी तय किया गया है। ईबीसी के लिए यह 34 फीसदी है। इसमें कई ऐसी एससी-एसटी की ग‌र्ल्स कैंडिडेट को पास कर दिया गया जिनका स्कोर 16 फीसदी से भी कम रहा। यानी पास होने के लिए आधे से भी कम नंबर लाने वालों को अधिकारियों की मेहरबानी ने असिस्टेंट ग्रेड फोर के लिए सलेक्शन कर दिया गया।

एग्जाम दिया मेल ने पास हुई फीमेल

बीएसपीएचसीएल के रिजल्ट में एक और बड़ी गड़बड़ी उजागर हुई। कई ऐसे कैंडिडेट फीमेल कैंटेगरी में क्वालीफाई कर दिए गए जो कि मेल थे। चूंकि फीमेल का क्वालीफाइंग 32 फीसदी था, जबकि मेल जनरल का 40 फीसदी था। आशंका जताई जा रही है कि ऐसे मेल को फीमेल कैटेगरी में डालकर पास किया गया है जिनके नंबर 40 फीसदी से कम और 32 फीसदी से अधिक है। उदाहरण के तौर पर कुछ रोल नंबर आपके सामने भी उजागर किए जा रहे हैं।

रद्द परीक्षा के पूछे प्रश्न

असिस्टेंट ग्रेड चार की इस परीक्षा को लेकर स्टूडेंट्स का दावा है कि कि जो परीक्षा 3 और 4 नवम्बर, 2018 को रद्द की गई, उसी के सवाल 27 और 28 नवम्बर को आयोजित परीक्षा में पूछे गए। इसमें लगभग 15 से 20 प्रश्न दोहराए गए थे। इस कारण कठिन प्रश्न पूछे जाने के बाद भी अधिकतम स्कोर 94 तक गया।