रेड क्रास को नहीं मिल रही है सहयोग राशि
 रेड क्रास सोसाइटी मोतियाबिंद के पेशेंट्स के  लिए मई से नो लॉस नो प्रॉफिट के आधार पर कम खर्च में आई ऑपरेशन की फैसिलिटी स्टार्ट कर रही है। एक तरफ जहां सोशल ऑर्गेनाइजेशन्स द्वारा Žलाइंडनेस कंट्रोल के लिए प्रयास किए जा रहे है, वहीं गवर्नमेंट द्वारा स्कीम चलाए जाने के बावजूद सहयोग राशि नही दी जा रही है। डिस्ट्रीक्ट Žलाइंडनेस कंट्रोल सोसाइटी और डिस्ट्रीक्ट रुरल हेल्थ कमिटी द्वारा आई चेकअप कैंप ऑर्गेनाइज कराने वाली संस्थाओं को पिछले चार साल से सहयोग राशि नही दी जा रही है।

रेड क्रॉस सोसाइटी ने कराए 3 हजार मोतियाबिंद के ऑपरेशन
रेड क्रास सोसाइटी ईस्ट सिंहभूम के सेक्रेटरी विजय सिंह ने बताया कि रेड क्रॉस सोसाइटी द्वारा अलग-अलग संस्थाओं की मदद से हर साल करीब 3 हजार मोतियाबिंद के ऑपरेशन करवाए जाते है। उन्होंन बताया कि एक ऑपरेशन पर 4 हजार रुपए का खर्च आता है। उन्होंने कहा कि गवर्नमेंट
द्वारा नेशनल Žलाइंडनेस कंट्रोल प्रोग्राम के तहत हर एक ऑपरेशन पर साढ़े सात सौ रुपए की सहायता राशि देने का प्रावधान है, पर पिछले चार साल से सहयोग राशि नही दी जा रही है। उन्होंने बताया कि सिर्फ रेड क्रास द्वारा ही सोशल वर्कर्स और दूसरी संस्थाओं की मदद से आई कैंप्स का आयोजन किया जाता है।

कम खर्च में होगा operation
विजय सिंह ने बताया कि कम खर्च में आई ऑपरेशन की सुविधा के लिए साकची स्थित रेड क्रास हॉस्पिटल में नो लॉस नो प्रॉफिट के आधार पर ऑपरेशन किया जाएगा। यहां बीपीएल पेशेंट्स के आई ऑपरेशन
के लिए 3100 रुपए और जेनरल पेशेंट्स के लिए 5100 रुपए लिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि सीएसआर के तहत भी कोई कंपनी 31 हजार रुपए देकर आई
कैंप ऑर्गेनाइज कर सकती है। उन्होंने कहा कि किसी स्पांशर के मिल जाने पर बीपीएल पेशेंट्स से ऑपरेशन का खर्च नही लिया जाएगा।

report by : jamshedpur@inext.co.in