- डॉक्टर कपिल गर्ग के घर में गत 10 अप्रैल को डाली गई थी डकैती

- दो बदमाशों को गिरफ्तार कर पुलिस ने मामले का किया खुलासा

Meerut: सिविल लाइंस थानाक्षेत्र में हुए डॉ। कपिल गर्ग के घर में डकैती के मामले में बदमाशों ने पहले मरीज दिखाने के बहाने डॉक्टर के गतिविधियों की टोह ली थी। इसके बाद वे कई बार डॉक्टर के घर और क्लीनिक की रेकी की। सुबह, दिन और शाम की सारी गतिविधियों की बारीकी से रेकी की और डकैती को अंजाम दिया। शुक्रवार को पुलिस ने डकैती में शामिल दो बदमाशों को गिरफ्तार कर केस का खुलासा कर दिया है। गिरोह का सरगना समेत पांच बदमाश फरार बताए जा रहे हैं।

महज 40 हजार रुपए बरामद

गत 10 अप्रैल को डॉ। कपिल गर्ग के घर में रात को सात बदमाशों ने डकैती को अंजाम दिया था। डॉक्टर जैसे ही अपनी क्लीनिक से घर पहुंचे बदमाशों ने उनको गन प्वाइंट पर काबू कर लिया। बदमाशों ने उनकी पत्‍‌नी और बेटे को बंधक बनाकर रूम में बंद कर दिया। डॉक्टर की पिटाई भी की थी। करीब चार लाख की डकैती को अंजाम दिया था। क्राइम ब्रांच की टीम को जांच के लिए लगा दिया गया। शुक्रवार को लिसाड़ी गेट निवासी अनीस पुत्र इस्माइल नाई और नौशाद पुत्र मोहम्मद खलील को गिरफ्तार किया। इनके पास से पुलिस ने 315 बोर के दो तमंचे व चार कारतूस, 40 हजार रुपए एक चोरी की मोटरसाइकिल और एक पहचान पत्र बरामद किया है।

पांच अन्य फरार

बदमाशों क मेन अभियुक्त इरशाद उर्फ छोटा पुत्र खलील था। डॉक्टर के घर की रेकी ज्यादातर लिसाड़ी गेट निवासी जावेद उर्फ कचरा ने की। इनके अलावा घटना को अंजाम देने वालों में खरखौदा के शाहिद कबूतर उर्फ शरिक उर्फ कमल पुत्र यूसुफ, जानी निवासी शाहिद उर्फ लंगड़ा पुत्र बाबू, गाजियाबाद निवासी हसनैन पुत्र असलम भी शामिल था। ये सभी फरार बताए जा रहे हैं। इसमें इरशाद और नौशाद दोनों भाई हैं।

चोरी की कार का किया था इस्तेमाल

पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि घटना वाली रात मेघदूत पुलिया के पास स्थित मंदिर के सामने डॉक्टर का इंतजार कर रहे थे। जैसे ही अपने कार में पहुंचे और मकान में प्रवेश किया तभी पीछे से इरशाद, इरशाद उर्फ काला, जावेद कचरा और शाहिद लंगड़ा भी घुस गए और डॉक्टर को पकड़ लिया। उस समय डॉक्टर की चैन छीन ली बाद में बदमाशों ने मकान के ऊपरी हिस्से में सभी को बंधक बनाकर बाथरूम में बंद कर दिया। डकैती के दौरान अनीस व नौशाद घर के सामने नजर रखे हुए और हसनैन व शाहिद चौराहे पर स्थित कार में बैठकर निगरानी कर रहे थे। सारा सामान छोटा इरशाद के कब्जे में था। उसने ही सभी को 30-30 हजार रुपए बांटे थे। इस घटना के अलावा अनीस ने नौचंदी थानाक्षेत्र से अपने साथियों के साथ मिलकर इनोवा और हापुड़ से स्विफ्ट डिजायर लूटी थी।

घटना के खुलासे के लिए डीआईजी ने पूरी टीम को 12 हजार रुपए से पुरस्कृत करने की घोषणा की है। इनमें शामिल अन्य बदमाशों के लिए दबिश दी जा रही है।

- डीसी दूबे, एसएसपी