- कैंट बोर्ड और पीवीवीएनएल के बीच हुआ सुलह समझौता

- कैंट बोर्ड 10 मार्च तक कर देगा पीवीवीएनएल के बकाये का भुगतान

- शुरू हुआ कनेक्शन को जोड़ने का काम

- कैंट बोर्ड के इलाकों में पानी की समस्या को लेकर आई नेक्स्ट की थी खास नजर

Meerut : कैंट बोर्ड और पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम के बीच समझौता हो गया है। पीवीवीएनएल के अधिकारियों ने सभी 14 कनेक्शनों को वापस चालू कर दिया, जिसके चलते शाम को 7 बजे बाद लोगों को पानी मिलना शुरू हो गया। गौरतलब है कि पिछले चार दिनों से मेरठ की जनता पानी किल्लत से काफी त्रस्त थी।

अधिकारियों के बीच हुई मुलाकात

पब्लिक की समस्या को देखते हुए कैंट बोर्ड के सीईओ ने पीवीवीएनएल के एमडी अभिषेक प्रकाश से टेलीफोन पर बातचीत की, जिसमें सीईओ अगले माह तक पूरा बकाया देने की बात की। उसके बाद ज्वाइंट सीईओ और सीईई एमडी पॉवर से मिलने पहुंचे। उन्होंने एमडी पॉवर से कहा कि 10 मार्च तक सभी बकाया दे दिया जाएगा, अब पॉवर कनेक्शन को दोबारा से चालू कर दिया जाए। एमडी ने एसई अर्बन को आदेश कर दिए। शाम को 6:30 बजे तक सभी कनेक्शनों को जोड़ दिया गया था।

एक घंटा दिया अतिरिक्त पानी

बिजली कनेक्शन चालू होने के बाद कैंट बोर्ड की ओर से लोगों को राहत देने के लिए एक घंटा एक्स्ट्रा पानी दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि लोगों को पिछले चार दिनों से काफी कम पानी मिल रहा था। इसकी वजह से लोगों को अतिरिक्त समय पानी दिया गया। अब गुरुवार से लोगों को उसी रुटीन से पानी दिया जाएगा।

काटे थे 14 कनेक्शन

चार दिन पहले पीवीवीएनएल ने कैंट बोर्ड के 14 बिजली कनेक्शन 3 करोड़ रुपये का ड्यूज क्लीयर न करने को लेकर काट दिए थे, जिसमें 11 ट्यूबवेल जिसमें 1 तोपखाना, 4 लालकुर्ती, 4 सदर और रजबन शामिल हैं। वहीं कैंट बोर्ड कार्यालय, कंपनी गार्डन और आशियाना गेस्ट हाउस के कनेक्शन काट दिए थे।

आई नेक्स्ट ने उठाई थी समस्या

कैंट बोर्ड के ट्यूबवेल के कनेक्शन कट जाने से पब्लिक को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था, जिसे आई नेक्स्ट ने इस पूरे प्रकरण को काफी प्रमुखता से उठाया था। इस बारे में पब्लिक ने राय आई नेक्स्ट को बेबाकी से दी थी। वहीं मेंबर्स ने भी आई नेक्स्ट की इस मुहिम को काफी सराहा था।

पीवीवीएनएल के अधिकारियों से बातचीत हो गई है। 10 मार्च तक सभी ड्यूज क्लीयर कर दिए जाएंगे, जिसके बाद पीवीवीएनएल के अधिकारियों ने सभी कनेक्शन को जोड़ दिया गया है।

- राजीव श्रीवास्तव, सीईओ, कैंट बोर्ड