- शहर में 18 हजार ई रिक्शा का है रजिस्ट्रेशन

- सिर्फ 5 हजार ई रिक्शा के हैं लाइसेंस

LUCKNOW: यात्रियों की सुरक्षा को खतरे में डाल कर ई रिक्शा का संचालन किया जा रहा है। शहर में बिना लाइसेंस के ही ई रिक्शा चालक यात्रियों को ढोने में जुटे हैं। ऐसे में यह सफर कभी भी यात्रियों के लिए जोखिम भरा हो सकता है। आरटीओके प्रर्वतन दस्ते के साथ ही ट्रैफिक पुलिस को ऐसे ई रिक्शा के खिलाफ अभियान चलाने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। वहीं शहर के 33 रूटों से ई रिक्शा को हटाने के आदेश के बाद भी ये मुख्य मार्गो पर फर्राटा भर यातायात व्यवस्था को ध्वस्त करने में जुटे हैं।

बिना लाइसेंस के भर रहे फर्राटा

शहर में इस समय 18 हजार ई रिक्शा का रजिस्ट्रेशन आरटीओ ऑफिस में है। ई रिक्शा के संचालन के लिए आरटीओ ऑफिस से लाइसेंस लेना अनिवार्य है, लेकिन 18 हजार ई रिक्शा के जगह मात्र 5 हजार ई रिक्शा के लाइसेंस जारी किए गए हैं। ऐसे में 13 हजार चालक बिना लाइसेंस के ही ई रिक्शा चलाने में जुटे हैं। बिना ट्रेनिंग के ई रिक्शा चलाने में जुटे इन चालकों से कभी भी अप्रिय घटना हो सकती है। ये चालक सिर्फ यात्रियों को ही नहीं बिना लाइसेंस के स्कूली बच्चों को भी ढो रहे हैं। इसके बावजूद प्रवर्तन दस्ते और ट्रैफिक पुलिस इन अवैध ई रिक्शा पर लगाम नहीं लगा रही है।

23 अक्टूबर को लेंगे अंतिम निर्णय

आरटीओ प्रशासन एके सिंह ने बताया कि अवैध ई रिक्शा के संचालन को रोकने के लिए हाल में एक बैठक में निर्णय लिया जा चुका है। आरटीओ ऑफिस में ई रिक्शा का रजिस्ट्रेशन कराने वाले व्यक्ति को अब पहले लाइसेंस दिखाना अनिवार्य होगा। ई रिक्शा में नियम भी है कि जो व्यक्ति उसे लेगा वहीं उसे चलाएगा। ई रिक्शा खरीद कर कोई व्यक्ति इसे संचालन के लिए किसी अन्य व्यक्ति को नहीं दे सकता है। साथ ही शहर के चिन्हित 33 रूटों से ई रिक्शा को हटाए जाने का फैसला लिया जाना है। यह फैसला 23 अक्टूबर को लिया जाएगा।

कोट

अब बिना लाइसेंस के ई रिक्शा का रजिस्ट्रेशन नहीं होगा। साथ ही ई रिक्शा को मुख्य मार्गो से हटाए जाने को लेकर फैसला 23 अक्टूबर को लिया जाएगा। इसके लिए बैठक प्रस्तावित है।

एके सिंह

आरटीओ प्रशासन

आरटीओ ऑफिस