- एसएसपी ओंकार सिंह ने पुलिस लाइन में की प्रेस कांफ्रेंस

- कहा जबरन नहीं कराया गया था युवती का धर्मातरण

- अब सीन में आया कलीम, कहा कलीम ने मेडिकल में कराया था युवती का आपरेशन

- कलीम का युवती से क्या संबध पर पुलिस ने साधे रखी चुप्पी

Meerut:

नेशनल लेवल पर गूंज रहे जबरन धर्म परिवर्तन और गैंग रेप के मामले में एसएसपी की चौका देने वाली बात सामने आई है। एसएसपी ओंकार सिंह ने कहा है कि युवती का जबरन धर्म परिवर्तन नहीं कराया गया, बल्कि इच्छा से युवती ने धर्म परिवर्तन किया है। उन्होंने इस मामले में अभी तक हुई जांच में ये बात सामने आने की बात भी कही है। वहीं अब इस मामले में कलीम का भी रोल सामने आया है, जिसने युवती का मेडिकल में ऑपरेशन कराया था। पुलिस पूरी प्रेस कांफ्रेंस में कलीम और युवती के संबध क्या थे? इसका जवाब भी नहीं दे सकी, जो पुलिस की कार्य शैली पर प्रश्न चिन्ह है।

मेडिकल में हुआ ऑपरेशन

रिजर्व पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में एसएसपी ओंकार सिंह ने बताया कि, खरखौदा के एक गांव में युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म और धर्म परिवर्तन का मामला विवेचना में बदल गया है। पुलिस की प्रथम जांच में सामने आया कि, जब युवती की माहवारी नहीं रूकी तो उसे ख्फ् जुलाई को मुजफ्फरनगर नहीं ले जाया गया। गर्भवती होने पर उसे महानगर की एक प्राइवेट डाक्टर को दिखाया गया था। उन्होंने गर्भ गर्भाशय के बजाए फेलोफियन ट्यूब में होना बताया, जिसका उपचार ऑपरेशन कराने को कहा गया। इसी के मद्देनजर कलीम ने पीडि़ता को पत्नी बताकर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया, बतौर एसएसपी, वहीं पर पीडि़ता का ऑपरेशन किया गया। उसकी फेलोफियन ट्यूब में डेढ़ माह का गर्भ था। ख्7 जुलाई को क्0 बजे मेडिकल से छुट्टी दे दी गई, जिसके बाद पीडि़ता अपने घर पहुंची। यानी ख्फ् से ख्7 तक उसे मेडिकल कॉलेज में ही उपचार दिया गया। उसके बाद कलीम ही उसे गांव में उसके घर छोड़कर आ गया था।

जवाब नहीं दे सके एसएसपी

इससे ज्यादा प्रेस कांफ्रेंस में एसएसपी किसी भी सवाल का जवाब नहीं दे पाए। हालांकि एसएसपी ने कलीम से पीडि़ता के प्रेम संबंधों के बारे में नहीं बोले, लेकिन पूरी प्रेस कांफ्रेंस में कलीम के साथ ही युवती के प्रेम संबंध दर्शाना दर्शाया है।

सवालों में उलझे एसएसपी

कौन है कलीम, युवती की उससे कहां पर जान पहचान हुई, कैसे उसने उसको मेडिकल में भर्ती कराया, दोनो के बीच कब से क्या रिश्ते है या नहीं है? कौन किसी अनजान युवती को क्यों मेडिकल में भर्ती कराएगा? इन सब सवालों का एसएसपी के पास जवाब नहीं था। उनसे पूछा गया कि कलीम केा मीडिया के आगे पेश क्यों नहीं किया गया, इस पर उन्होंने पूछताछ करने की बात कहकर पल्ला टाल दिया। एसएसपी के आगे सवालों की बौछार थी और वह ख्फ् से ख्7 जुलाई तक युवती से क्या बात हुई, इसके बारे में प्रेस कांफ्रेंस बुलाने की बात कर रहे थे।