- द्वारका शारदा पीठाधीश्वर जगद्गुरू शंकराचार्य काशी स्थित श्री विद्यामठ में मीडिया से हुए मुखातिब

- साई को बताया मुसलमान, हिंदू मंदिरों में साई की मूर्ति न रखने की अपील

VARANASI:

साई के नाम पर हिन्दुओं को भ्रमित किया जा रहा है। साई मुसलमान थे। फातिया पढ़ा करते थे। सिर्फ इतना ही नहीं शिरडी के साई ट्रस्ट ने हिंदुओं को ठगकर क्फ् अरब से ज्यादा रुपए बनाए हैं। ये पैसे देश के क्फ् अलग-अलग बैंकों में जमा हैं। साई ट्रस्ट क्,ख्00 करोड़ रुपये से शताब्दी समारोह मनाकर हिंदुओं को ठगने की तैयारी कर रहा है। यह बातें सोमवार को द्वारका शारदा पीठाधीश्वर जगद्गुरू शंकराचार्य ने काशी स्थित श्री विद्यामठ में मीडिया से कहीं। उन्होंने कहा कि सबका मालिक एक है। यह गुरुनानक जी की वाणी थी, साई की नहीं। साई मुसलमान थे। उनकी मूर्ति हिंदू मंदिरों में नहीं रखी जानी चाहिए। सरकार को इसे रोकना चाहिए। साई पर धारावाहिक बनाकर चमत्कार दिखाकर जनता को बेवकूफ बनाया गया है।

साई का नहीं है कोई प्रमाण

स्वामी स्वरूपानंद ने कहा कि ये पैसा सार्थक जगह लगना चाहिए। लातूर में महिलाएं बाथरूम का पानी पीने को मजबूर हैं। वहां अगर साई ट्रस्ट उन्हें साफ पीने का पानी उपलब्ध करा दे तो यह एक उनकी एक बड़ी उपलब्धि होगी। उन्होंने कहा कि साई का कोई प्रामाणिक आधार नहीं है। उन्होंने गोमांस को प्रोटीन का सस्ता विकल्प बताये जाने पर कड़ी आपत्ति जताई। कहा कि हिन्दू को गाय के दूध से प्रोटीन मिलता है तो क्या मुसलमान को दूध से प्रोटीन नहीं मिल सकता। देश के कुछ नेता गोमांस को प्रोटीन का सस्ता साधन बताने का प्रयास कर रहे हैं। इसके पीछे राजनीति है। उन्होंने स्कूलों में गीता, रामायण आदि ग्रंथों को पढ़ाये जाने की बात कही। गंगा की अविरलता के मसले पर उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में प्रस्तावित बांधों को निरस्त कर ही गंगा को अविरल किया जा सकता है।

मुस्लिम शासकों ने तोड़ा मंदिर

एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि ज्ञानवापी मस्जिद की दीवारों पर भगवान के चित्र आज भी मौजूद हैं। फ‌र्स्ट फ्लोर पर मस्जिद है। जबकि ग्राउंड फ्लोर पर आज भी मंदिर है। सामने नंदी विराजमान हैं। इसके अलावा उन्होंने कहा कि अजमेर में चिश्ती की मजार और ताजमहल के नीचे भी शिवलिंग है। मुस्लिम शासकों ने मंदिरों को जमकर तोड़ा और जगह-जगह मस्जिदों में शिवलिंग मौजूद हैं।