PATNA (11 Feb): रेप केस में एक साल से बालगृह में बंद बालकैदी की संदिग्ध मौत हो गई। मृतक बालकैदी वैशाली जिला का रहने वाला था। परिजनों ने प्रबंधन पर मारपीट का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि उसके शरीर पर चोट के निशान हैं। मामले वहीं बालगृह प्रबंधन का कहना है कि वो गंभीर बीमारी से पीडि़त था। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने रिमांड होम प्रशासन पर पिटाई का आरोप लगाते हुए उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग किया है। पिता का कहना है कि पुत्र ने मरने के पूर्व बताया था कि उसकी रिमांड होम में जमकर पिटाई की गई है। पिता ने अस्पताल प्रशासन पर इलाज में कोताही बरतने का आरोप लगाया है। एसडीओ राजेश रौशन ने बताया कि पूरे मामले की जांच-पड़ताल के लिए कार्यपालक दंडाधिकारी चंद्रशेखर ठाकुर को नियुक्त किया गया। शव का पोस्टमार्टम होने के बाद ही मामला स्पष्ट हो पाएगा। औषधि विभाग की पंजी में मृतक को टीबी बीमारी बताया गया है। वहीं, एनएमसीएच अधीक्षक डॉ। चंद्रशेखर ने बताया कि मरीज दिमागी बुखार यानी मेनिनजाइटिस से ग्रसित था। इसी का इलाज चल रहा था।

एनएमसीएच में चल रहा था मृतक का इलाज

छह मार्च 2017 को पर्यवेक्षण गृह में 16 वर्षीय बाल बंदी आया था। किशोर की तबीयत खराब होने पर उसे छह फरवरी को एनएमसीएच में भर्ती कराया गया। किशोर के भर्ती कराए जाने के संबंध में वैशाली के किशोर न्याय बोर्ड को चार फरवरी को कार्यालय पर्यवेक्षण गृह के पत्रांक संख्या 41 से निबंधित डाक से अवगत करा दिया गया। इसकी सूचना जिला बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक को भी दी गई थी। इलाज के दौरान सोमवार सुबह मौत हो गई।

पिता बोले, झूठे केस में पड़ोसियों ने भेजा जेल

मृतक के पिता ने बताया कि उसे पड़ोस में रहने वाले पट्टीदारों ने दुष्कर्म का झूठा आरोप लगाकर प्राथमिकी दर्ज करा दी। आरोपित को परिजनों ने ही वैशाली न्यायालय में सरेंडर कराया था। इसके बाद आरोपित को गायघाट स्थित रिमांड होम में भेजा गया। पिता का कहना है कि पुत्र को कोई बीमारी नहीं थी। वे जब भी गृह में मिले हैं पुत्र स्वस्थ मिला है। इलाज की सूचना चार दिन पूर्व दी गई।

मौत के बाद बाल कैदियों ने किया हंगामा

इलाज के दौरान बाल बंदी की मौत की सूचना मिलते ही गायघाट बाल संप्रेषण गृह के बाल बंदियों ने हंगामा शुरू कर दिया। हंगामा की सूचना पर पहुंची आलमगंज पुलिस ने बाल बंदियों को समझाकर शांत कराया। पर्यवेक्षण गृह के अधीक्षक ने बताया कि दोस्त मृतक को देखने के लिए एनएमसीएच ले जाने की जिद कर रहे थे।