40 प्रतिशत से कम अंक लाने वाले बच्चों के लिए शुरू होगी रेमिडियल क्लासेज

वार्षिक परीक्षा में 40 फीसदी से कम अंक लाने वाला स्टूडेंट होगा रेमिडियल क्लासेज में शामिल

पढ़ाई में कमजोर बच्चों के लिए शुरू होंगी रेमिडियल क्लासेज

Meerut। बेसिक स्कूलों में पढ़ने वाले कमजोर बच्चों के स्तर को मजबूत करने के लिए अब विभाग जुलाई से रेमिडियल क्लासेज की सुविधा प्रदान करेगा। इसके लिए राज्य परियोजना विभाग की ओर से बेसिक शिक्षा विभाग को हर स्कूल से कमजोर बच्चों की लिस्ट प्रोवाइड कराने के निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं।

यह है दिशा-निर्देश

30 स्टूडेंट्स एक स्कूल से चुने जाएंगे।

30 से अधिक स्टूडेंट्स होने पर 3, 4 व 5वीं कक्षा के बच्चों को प्राथमिकता दी जाएगी।

30 सिंतबर, 2017 के रजिस्ट्रेशन के हिसाब से छात्रों का चुनाव होगा।

पहली क्लास से पासआउट होने वाले स्टूडेंट को दूसरी क्लास के लिए रेमिडियल क्लास कराई जाएगी।

1542 प्राइमरी व अपर प्राइमरी स्कूल हैं.मेरठ में पहली से 5वीं तक

1.25 लाख बच्चे औसतन इन स्कूलों में शिक्षा ग्रहण करते हैं।

यह होगा फायदा

बच्चों के लिखने और पढ़ने का स्तर सुधरेगा।

क्लास में कम बच्चे होने से प्रत्येक बच्चे पर होगा।

हिंदी, इंग्लिश और मैथ पर ज्यादा फोकस किया जाएगा।

टीचर्स बच्चों की कमियों को बेहतर तरीके से दूर कर सकेंगे।

स्कूल के टीचर ही इन रेमिडियल क्लासेज में बच्चों को पढाएंगे।

रेमिडियल क्लासेज की रूपरेखा विभाग की ओर से तैयार की जा रही है। हमसे जो सूचनाएं मांगी गई हैं, वह भेज जा चुकी हैं।

सूर्यकांत गिरि, एबीएसए, बेसिक शिक्षा विभाग