-अवैध कब्जों पर बुलडोजर चलने से भड़के लोग, जमकर किया पथराव

-फायरिंग और महिला की मौत की अफवाह ने बढ़ाया बवाल, जेसीबी तोड़ी

-पुलिस ने जमकर चटाई लाठियां, महिला समेत आधा दर्जन घायल

KANPUR: बारासिरोही, रतनपुर में अवैध कब्जे हटाने के दौरान के जमकर बवाल हुआ। कार्रवाई से भड़के लोगों ने अवैध कब्जे ध्वस्त कर रही केडीए, एडमिनिस्ट्रेशन व पुलिस टीम पर जमकर पथराव किया। गाडि़यों के शीशे तोड़ डाले। पथराव में कई इम्प्लाई चुटहिल हो गए। जवाब में पुलिस ने भी जमकर लाठियां चटकाई। जिससे एक महिला सहित करीब आधा दर्जन लोग घायल हो गए हैं। वहीं फायरिंग में एक महिला की मौत की अफवाह से केडीए, पुलिस, प्रशासनिक ऑफिसर्स में अफरातफरी मच गई। इस घटना से इलाके में तनाव बना हुआ है।

ध्वस्तीकरण अभियान

इन दिनों एडमिनिस्ट्रेशन व केडीए मिलकर सरकारी जमीनें खाली कराने का अभियान चलाए हुए है। इसी कड़ी में सैटरडे को बारासिरोही रतनपुर की आराजी संख्या 915,986 व 987 पर अवैध कब्जों को ध्वस्त किया जाना था। एसडीएम सदर दीपा अग्रवाल, केडीए के तहसीलदार बीएल पाल, डिप्टी सेक्रेटरी संतोष यादव, एक्सईएन दीपक गुप्ता की अगुवाई में पुलिस बल के साथ टीम बारासिरोही रतनपुर पहुंची। केडीए ऑफिसर्स के मुताबिक ये जमीन करीब 10 बीघा है। ज्यादातर कब्जे डीपीसी, बाउन्ड्रीवॉल के थे।

महिलाएं बुलडोजर के सामने आईं

अभियान के दौरान टीम केडीए की जमीनों पर बने कब्जे ध्वस्त करने लगी। ये देखकर महिलाएं केडीए टीम से भिड़ गईं। वे बुलडोजर के सामने आकर कार्रवाई रोकने लगीं। महिला पुलिस न होने के कारण पुलिस भी तमाशाई बनी रही। लोगों का आरोप है कि डीएम, केडीए वीसी ने मकान तोड़ने से मना किया है। इसके बावजूद मकान तोड़ दिए गए हैं। हालांकि एसडीएम सदर दीपा अग्रवाल ने उन्हें काफी समझाने-बुझाने की कोशिश की।

पथराव, लाठियां चटकीं

इससे अवैध कब्जेदारों के हौसले और बुलन्द हो गए। उन्होंने पथराव शुरू कर दिया, जिससे अफरातफरी मच गई। केडीए की टीम भाग खड़ी हुई। ड्राइवर भी जेसीबी छोड़कर भागे। लोगों ने जेसीबी के शीशे भी तोड़ डाले। सीओ की गाड़ी भी पथराव फंस गई और पथराव, भगदड़ में कई इम्प्लाई भी चुटहिल हो गए। जवाब में पुलिस ने पथराव कर रहे लोगों पर लाठियां चटकाने शुरू कर दीं। उन्होंने लोगों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। शिवराम की पत्नी राजरानी, ज्ञानेंद्र, संजय, बलराम, विजय सहित करीब आधा दर्जन लोग घायल हो गए। लोगों ने पुलिस पर फायरिंग का भी आरोप लगाया है।

फायरिंग, मौत से मची अफरातफरी

इधर बारासिरोही में पथराव, लाठीचार्ज के अलावा फायरिंग में एक महिला की मौत की अफवाह भी फैल गई। इससे लोग भड़क गए। वहीं केडीए, एडमिनिस्ट्रेशन व पुलिस में अफरातफरी मच गई। जानकारी पाकर केडीए के एनफोर्समेंट ऑफिसर सरवत अली मौके पर भेजे गए। वहीं पुलिस अधीक्षक कई थानों को फोर्स भी पहुंच गए। इलाकाई लोगो के मुताबिक पुलिस ने राजरानी को घायल किया है। इससे ही लोगों में आक्रोश फैल गया है। इधर कुछ लोगों ने महिला की मौत की अफवाह फैला दी। जिस पर आसपास के गांव के लोग इकट्ठा हो गए। गुस्साए लोगों की भीड़ केडीए, पुलिस व प्रशासन की टीम पर हमलावर हो गई।

बीच में रुका अभियान

बवाल के कारण टीम पूरी तरह से अवैध कब्जे ध्वस्त नहीं कर सकी है, न ही पिलर लेकर अपनी जमीनों पर कब्जा ले सकी। बवाल के बाद पुलिस व केडीए के ऑफिसर्स भी मौके पर पहुंच गए। पर वह आगे अभियान चलाने की हिम्मत नहीं जुटा सके। न ही खाली हुई जमीनों पर कब्जा ले सके। केडीए ऑफिसर्स के मुताबिक दोबारा बारासिरोही रतनपुर में ड्राइव चलानी पड़ेगी।

बॉक्स

---पहले भी दो बार हो चुका बवाल

सरकारी जमीन खाली कराने के अभियान के दौरान कुछ ही दिनों में ये तीसरा बवाल है। इससे पहले छतमरा से लौटने पर एक चट्टा ध्वस्त करने पर लोगों ने पथराव किया था। जिसमें एसडीएम सदर व केडीए के एक्सईएन की गाड़ी के शीशे टूट थे। अगले ही दिन अलकनन्दा स्कीम में प्लाट्स पर अवैध कब्जे ध्वस्त करने के दौरान भी बवाल हुआ था। केडीए की टीम को बन्धक बना लिया गया था और जेसीबी तोड़ डाली गई थी।

-ध्वस्तीकरण अभियान में कोई मकान नहीं तोड़ा गया। केवल बाउन्ड्रीवाल, डीपीसी ही ध्वस्त की गई है। एक महिला ने खुद को पत्थर मारकर घायल कर लिया है। पुलिस ने लाठी चार्ज नहीं किया। फायरिंग और महिला की मौत की किसी ने अफवाह फैला दी। पर ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है। - दीपा अग्रवाल, एसडीएम सदर

विरोध के बीच सजारी में स्कूल पर गरजा बुलडोजर

केडीए की एक अन्य टीम ने सजारी में आराजी संख्या 502, 57 व 68 पर स्थित अवैध कब्जों पर बुलडोजर गरजा। एक स्कूल के अलावा दुकानें व बाउन्ड्रीवॉल आदि अवैध कब्जे केडीए ने ध्वस्त कर दिया। इस दौरान लोगो ने विरोध भी किया और टीम से भिड़ गए। पर टीम के साथ मौजूद पुलिस बल ने उन्हें खदेड़ दिया। केडीए ऑफिसर के मुताबिक अवैध कब्जे ध्वस्त कर 17 हजार स्क्वॉयर मीटर ग्राम समाज, नवीन परती, बंजर आदि भूमि पर कब्जा ले लिया गया। ध्वस्तीकरण अभियान के दौरान केडीए सेक्रेटरी जगदीश त्रिपाठी, एडीएम फाइनेंस शत्रुघ्न सिंह, एक्सईएन मनोज मिश्रा, असिसटेंट इंजीनियर योगेश कुमार आदि मौजूद थे।