-हॉस्टल में बुनियादी सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए शुरू होगा वर्क

-विकास समिति ने दिया अप्रूवल, टेंडर के बाद शुरू हो जाएगा काम

GORAKHPUR: गोरखपुर यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में रह रहे स्टूडेंट्स को अब ज्यादा दिन और मुसीबत नहीं झेलनी पड़ेगी। हॉस्टल की व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए यूनिवर्सिटी की विकास समिति ने अपनी सहमति दे दी है। सबकुछ ठीक रहा तो फरवरी से हॉस्टल में बुनियादी जरूरतों से जुड़े सभी काम युद्ध स्तर पर शुरू हो जाएंगे। इसमें बिजली और पानी के साथ ही दूसरी जरूरतों का ध्यान भी रखा जाएगा। इसकी प्रॉसेस शुरू हो चुकी है।

जल्द होगा ऑनलाइन टेंडर

यूनिवर्सिटी के हॉस्टल की व्यवस्था को दुरुस्त कराने के लिए टेंडर प्रॉसेस के जरिए वेंडर का सेलेक्शन किया जाएगा। ऐसा इसलिए कि हॉस्टल में जो भी काम होने हैं, उसमें यूनिवर्सिटी को एक लाख रुपए से ज्यादा खर्च करने पड़ेंगे। वहीं, सरकार के रूल के मुताबिक, सभी एक लाख से ऊपर के काम टेंडर के जरिए ही कराए जाएं, इसको देखते हुए यूनिवर्सिटी वर्क की लिस्टिंग में जुट गई है और टेंडर से जुड़े दस्तावेज तैयार किए जा रहे हैं। इस माह टेंडर फाइनल हो जाने की उम्मीद है, जिसके बाद नेक्स्ट मंथ से रेनोवेशन का काम शुरू हो जाएगा।

वार्डन से भी फीडबैक

गोरखपुर यूनिवर्सिटी के जिम्मेदारों ने हॉस्टल में आई समस्या और उसके बाद हुए बवाल के बाद एक कमेटी फॉर्म की थी। इसने सबकुछ जांचने परखने के बाद रजिस्ट्रार को अपनी रिपोर्ट सौंपी। रिपोर्ट से संतुष्ट न होने पर रजिस्ट्रार ने उन्हें डीटेल्ड रिपोर्ट तैयार कर लाने के निर्देश दिए। इसमें हॉस्टल के साथ ही बिजली और पानी की समस्या पर खास फोकस करने की हिदायत दी गई थी। इसके बाद जिम्मेदारों ने नए सिरे से मंथन किया। वहीं सभी वार्डेन को भी जिम्मेदारी सौंपी गई है कि वह हॉस्टल की जो भी समस्याएं हों, उसे यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन की नोटिस में लाएं, जिससे व्यवस्था ठीक हो सके।

विकास समिति ने हॉस्टल की सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए सहमति दे दी है। टेंडर प्रॉसेस शुरू की जा रही है। अगले माह से रेनोवेशन का काम शुरू हो जाएगा।

- शत्रोहन वैश्य, रजिस्ट्रार, डीडीयूजीयू