ठेकेदार जितेंद्र मर्डर केस में पीडि़त परिवार ने पुलिस की विवेचना पर उठाया सवाल

मृतक की मां, पत्नी व भतीजे ने की सीबीआई जांच की मांग

कहा, हाईकोर्ट में करेंगे खुलासे को चैलेंज

ALLAHABAD: कांट्रैक्टर जितेन्द्र की हत्या में विवेचना के आधार पर आरोपियों का नाम बदले जाने के खिलाफ मृतक के परिवार वाले पुलिस के खिलाफ हो गए हैं। गुरुवार को मीडिया के सामने आई मां और पत्‍‌नी ने आरोप लगाया कि पुलिस मनमाने ढंग से काम कर रही है। इसे वह हाई कोर्ट में चुनौती देंगे। उन्होंने सीबीआई जांच की मांग की है। बता दें कि पुलिस ने पूर्व सांसद अतीक को हत्या की साजिश रचने का आरोपी बनाया है। मां और पत्‍‌नी ने पूर्व सांसद को क्लीनचिट दे दी है।

पुश्तैनी जमीन का विवाद है कारण

ठेकेदार और प्रॉपर्टी डीलर जितेंद्र पटेल की मां सूरजकली अपनी बहू पुष्पा देवी और पोते हंसराज पटेल के साथ प्रेस क्लब पहुंचीं। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में धूमनगंज थाना पुलिस द्वारा ठेकेदार मर्डर केस में विवेचना के बाद आरोपियों का नाम परिवर्तन किए जाने पर आक्रोश जताया। सूरज कली देवी ने कहा कि 11 जुलाई 2016 को उनके पुत्र जितेंद्र कुमार पटेल उर्फ मुन्ना की सूबेदारगंज ट्रैक डिपो के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उनके पोते ने अधिवक्ता कृष्ण कुमार पाल उर्फ उमेश पाल, उनके भाई रमेश पाल और अशरफ के विरुद्ध नामजद मुकदमा दर्ज कराया था। कहा कि, मेरे पुत्र की हत्या के पीछे मकान से लगी पुश्तैनी जमीन का विवाद है। इसे उमेश पाल ने फर्जी तरीके से लिखवाकर उस पर जबर्दस्ती देशी शराब की दुकान खुलवा दिया। पुत्र जितेंद्र दीवानी वाद एवं देशी-शराब दुकान को हटवाने की पैरवी कर रहा था।

पुलिस ने कर दी लीपा-पोती

सूरज कली देवी ने कहा कि पुलिस ने मामले में लीपा पोती करते हुए निर्दोष लोगों को मेरे पुत्र की हत्या का मुल्जिम बना दिया। प्रभारी निरीक्षक से पूछा गया कि बेटे के हत्यारों को क्लीन चीट कैसे दे दी और पूर्व सांसद अतीक अहमद का नाम मुकदमे में क्यों डाला गया तो पुलिस ने उन्हें चुप करा दिया।

अतीक से है पुराना रिश्ता

सूरजकली से पत्रकारों ने सवाल किया कि पूर्व सांसद अतीक अहमद ने जितेंद्र की हत्या की साजिश रची और अपने गुर्गो से उसे मरवाया। बाद में दबाव डालकर उमेश पाल व उनके सहयोगियों को नामजद करवा दिया? इसके जवाब में सूरजकली ने कहा कि ऐसा बिल्कुल नहीं है, अतीक अहमद से उनके परिवार का पुराना नाता है। किसी दवाब में तो वह ऐसा नहीं कर रही हैं के जवाब उन्होंने कहा कि बिल्कुल नहीं। बातों पर भरोसा नहीं है तो सीबीआई जांच करा लें।