- करीब नौ सौ फर्जी कैंडीडेट्स को रिकार्ड माध्यमिक शिक्षा परिषद से गायब

- फर्जी कैंडीडेट्स के खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया रुकी

शॉकिंग का लोग

>shyamchandra.singh@inext.co.in

LUCKNOW: राजकीय माध्यमिक स्कूलों में शिक्षकों के खाली पदों को भरने के लिए चल रही एलटी ग्रेड भर्ती प्रक्रिया में एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। इस भर्ती प्रक्रिया में पकड़े गए फर्जी कैंडीडेट्स के खिलाफ कार्रवाई के लिए जुड़ी फाइल माध्यमिक शिक्षा निदेशालय से गायब होने का मामला सामने आया हैं। गायब हुई फाइलों में एलटी ग्रेड भर्ती प्रक्रिया में फर्जी डिग्री लगाकर नौकरी पाने वाले कैंडीडेट्स का पूरा रिकार्ड था। इस मामले के संज्ञान में आने के बाद से माध्यमिक शिक्षा निदेशालय की ओर से लखनऊ यूनिवर्सिटी के परीक्षा नियंत्रक से एक बार फिर से वेरीफिकेशन की रिपोर्ट देने की मांग की हैं। निदेशालय से एलटी ग्रेड भर्ती प्रक्रिया की वेरीफिकेशन की फाइल गायब होने से शिक्षा विभाग के अधिकारियों की पूरी कार्यप्रणाली पर ही सवाल खड़े कर दिए है।

नौ सौ कैंडीडेट्स के रिकॉर्ड गायब

लखनऊ मंडल के राजकीय माध्यमिक स्कूलों में 7ब्क् पदों पर पहली काउंसिलिंग के बाद करीब क्ब् सौ कैंडीडेट्स के डॉक्यूमेंट वेरीफिकेशन के लिए भेजे थे। इन कैंडीडेट्स के वेरीफिकेशन के दौरान बड़े पैमाने पर फर्जी डॉक्यूमेंट के यूज करने का मामला सामने आया था। इनमें सबसे ज्यादा लखनऊ यूनिवर्सिटी से बीएड की बनी फर्जी मार्कशीटें शामिल थीं। जेडी सुत्ता सिंह ने क्0 सितंबर को फर्जी मार्कशीट लगाने वाले क्ख्फ् कैंडीडेट्स पर वजीरगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। माध्यमिक शिक्षा निदेशक अमर नाथ वर्मा ने भी सभी संयुक्त शिक्षा निदेशकों को पत्र भेजकर अर्ह पाए गए कैंडीडेट्स के शैक्षिक अभिलेखों की वेरीफिकेशन रिपोर्ट मांगी थी। काफी लेटलतीफी के बाद लखनऊ यूनिवर्सिटी ने पिछले माह माध्यमिक शिक्षा निदेशक को एलटी शिक्षक भर्ती की वेरीफिकेशन रिपोर्ट भेजी थी। सूत्रों का कहना है कि अब वेरीफिकेशन रिपोर्ट की पत्रावली निदेशालय से गायब हो गई। इसमें करीब 900 कैंडीडेट्स के वेरीफिकेशन का पूरा ब्यौरा दर्ज हैं।

आरोपियों को बचाने में जुटे अफसर

एलटी शिक्षक भर्ती में बड़ी संख्या में ऐसे कैंडीडेट्स पकड़े गए हैं जिन्होंने यूजी और बीएड की फर्जी डिग्री लगाई थीं। शुरुआती दौर में जेडी लखनऊ ने फर्जी डिग्री लगाने वाले क्ख्फ् कैंडीडेट्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी, लेकिन उसके बाद सैकड़ों और फर्जी कैंडीडेट्स के नाम सामने आए। पर कार्रवाई सुस्त हो गई। सूत्रों की मानें तो विभाग के एक पूर्व मंत्री ने भी अपने चेहते ऐसे कैंडीडेट्स पर कार्रवाई न करने के निर्देश दिए जो फर्जी मार्कशीट में पकड़े गए। उसके बाद अब वेरीफिकेशन की पूरी फाइल ही गायब हो गई। इस गायब हुई रिपोर्ट में लखनऊ के साथ दूसरे मंडलों की रिपोर्ट भी शामिल थी।

माध्यमिक शिक्षा विभाग की ओर से दोबारा से वेरीफिकेशन की रिपोर्ट मांगी गई हैं। इसमें करीब म्00 कैंडीडेट्स का ब्यौरा फिर से देने को कहा हैं।

- एसके शुक्ला, परीक्षा नियंत्रक, एलयू

ऐसा कोई भी मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। कोई भी रिपोर्ट नहीं गायब हुई है। फर्जीवाड़ा करने वाले कैंडीडेट्स के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

- अमर नाथ वर्मा, निदेशक, माध्यमिक शिक्षा परिषद