- अब नाले में गौरव के मिलने की उम्मीद हुई खत्म

- छात्र नेताओं ने नगर आयुक्त के आवास का किया घेराव

MEERUT: मासूम गौरव को नाले में गिरे हुए तीन दिन बीत चुके हैं। निगम, फायर ब्रिगेड और पुलिस भी रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर थक चुकी है। गौरव का अभी तक कुछ पता नहीं लग पाया है। हालांकि रेस्क्यू ऑपरेशन अभी और जारी रहेगा, लेकिन अंदरखाने यह सभी मान चुके हैं कि नाले में बह जाने की वजह से गौरव की मौत हो चुकी होगी और अब उसके शव को पानी के ऊपर उतराने का ही इंतजार है। अब सबकी निगाहें काली नदी की तरफ हैं। काली नदी में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाना आसान नहीं है। उधर जैसे-जैसे समय बीत रहा है प्रशासन के प्रति लोगों का आक्रोश भी बढ़ता ही जा रहा है। सोमवार को यूनिवर्सिटी के छात्रों ने नगर आयुक्त के आवास पर प्रदर्शन किया।

चला सर्च अभियान

फूलबाग के गली नम्बर 3 में रहने वाला 12 वर्षीय मासूम गौरव शनिवार को नाले में बहा था। उसी दिन से नगर निगम की चार टीमें, फायर बिग्रेड की दो टीमें समेत पुलिस रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हुए हैं। काली नदी के पास तक पूरे नाले को खंगाला जा चुका है लेकिन गौरव का कुछ अता-पता नहीं चल सका है। निगम की टीम ने सोमवार को ई ब्लॉक पुल से अपन सर्च अभियान की शुरूआत की। करीब 3 से 4 किलोमीटर तक जेसीबी, फांसी, पोर्कलने मशीन के साथ नाले को खंगाला। सर्च अभियान में मायूसी ही हाथ लगी। उधर फायर ब्रिगेड की दो यूनिट वहीं पर परमानेंट तैनात हैं। एक बार दो यूनिट का सर्च अभियान खत्म होता है तो उसे हटाकर दूसरी दो यूनिट लगा दी जाती है। सीएफओ आईएस सोनी ने बताया कि सोमवार शाम अंधेरा होने तक उन्होंने काली नदी से थोड़ी दूर पहले करीब 6 किलोमीटर तक सर्च अभियान चलाया लेकिन गौरव नहीं मिला।

आज भी जारी रहेगा अभियान

गौरव के जिंदा होने की उम्मीद बिलकुल खत्म हो चुकी है। दबी जुबान हर कोई यही कहा है कि यदि गौरव वाकई में नाले में गिरा होगा तो उसकी मौत हो गई होगी और अब उसका शव किसी भी समय पानी के ऊपर आ सकता है। बावजूद इसके रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म नहीं होगा। निगम और फायर ब्रिगेड दोनों की टीमें मंगलवार को भी अपना सर्च अभियान जारी रखेंगी और काली नदी के मुहाने तक उनका अभियान चलेगा।

लोगों में गुस्सा

उधर दूसरी तरफ तीन दिन बीतने के बाद भी गौरव के न मिलने से लोगों का आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। मोहल्ले वासी जहां सर्च अभियान में कई खामियों का आरोप लगाकर प्रशासन से खफा हैं तो दूसरी तरफ परिजनों का आरोप है कि अब प्रशासन भी दिलचस्पी नहीं दिखा रही है। उनका कहना है कि जिला प्रशासन का कोई नुमाइंदा अब घटना स्थल पर नहीं आता।

नेम प्लेट पर कालिख पोती

वहीं सोमवार को सीसीएस यूनिवर्सिटी के छात्र नेताओं ने नगर आयुक्त उमेश प्रताप सिंह के आवास के बाहर प्रदर्शन किया। शेरी चौधरी, कामिल राणा, मोहम्मद जावेद, आशिष, आकाश, सुहेल समेत एक दर्जन छात्र नेताओं ने प्रदर्शन करते हुए आवास की दीवार पर लगे नगर आयुक्त के नेम प्लेट पर कालिख पोत दी। इसके बाद आवास में मौजूद कर्मचारियों के साथ उनकी झड़प भी हुई। उन्होंने सर्च अभियान को गंभीरता से न लेने का आरोप लगाया।

हर कोई सहमा हुआ

फूलबाग कॉलोनी का हर बाशिंदा अब इस घटना के बाद सहम गया है। हर किसी को यह डर सताता रहता है कि कहीं उनके बच्चे खेल-खेल में नाले में न गिर जाएं। ऐसे में मोहल्ले वासियों की नाले के मुहाने पर कड़ी नजर रहने लगी है। कोई बच्चा आसपास नजर आता है तो उसे डांट-डपटकर भगा दिया जाता है।