RANCHI: एक मां, जिसने अपनी बेटी समेत चार नाबालिग बच्चियों को ट्रैफिकर के चंगुल से तो छुड़ा लिया, लेकिन अब उसे अपनी बेटी को पाने के लिए नारी निकेतन की दौड़ लगानी पड़ रही है। यह मजबूर मां कभी रामगढ़ तो कभी बरकाकाना और कभी एएचटीयू थाना तो कभी कांके स्थित नारी निकेतन की दौड़ लगा रही है। मामले में उसने पुलिस अधिकारियों से भी अपनी बेटी दिलाने की गुहार लगाई है। गौरतलब हो कि हरमू की रहने वाली एक मां ने अपनी बेटी समेत चार नाबालिग बच्चियों को दिल्ली में बिकने से बचाया था।

क्या है मामला

जानकारी के अनुसार, ट्रैफिकर गुरुवार रात चारों बच्चियों को 10-10 हजार रुपए देने का लालच देकर ट्रेन से दिल्ली ले जा रहे थे, लेकिन एक बच्ची की मां बरकाकाना रेलवे स्टेशन पहुंची और बोगियों में खोजबीन की। इसी क्रम में स्लीपर बोगी में उसने अपनी बेटी को देखा। बेटी से पूछताछ के दौरान ट्रैफिकर फरार हो गए। इसके बाद महिला अपनी बेटी और उसके साथ बैठी तीन अन्य बच्चियों को लेकर बरकाकाना से लेकर रांची पहुंची। इस संबंध में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग थाना रांची में शुक्रवार को प्राथमिकी दर्ज की गई थी। कहा गया है कि ट्रैफिकर हरमू बस्ती का रहने वाला है। उसके साथ एक और व्यक्ति था। चारों बच्चियों को नारी निकेतन में रखा गया है। साथ ही बरामद की गई तीन बच्चियों के माता-पिता को इसकी जानकारी दे दी गई है।

नहीं रहे पति, मेड का काम कर पालती है बच्चियां

नाबालिग की मां ने बताया कि पति नहीं हैं। इसलिए अपनी तीन बच्चियों का लालन-पालन करने के लिए वह मेड का काम करती है। जब उनकी बच्ची गुरुवार देर शाम तक घर नहीं आई तो वह परेशान हो गई। खोजबीन के दौरान उसकी एक सहेली ने बताया कि उसकी बेटी हरमू की ही एक नाबालिग के साथ बैग लेकर जाती दिखी। इसके बाद उससे संपर्क किया गया तो पता चला कि वह दिल्ली जा रही है। इसके बाद वह बरकाकाना पहुंची और दिल्ली जा रही ट्रेन में तलाश कर बेटी को ढूंढ लिया।