-पटना से 30 किलोमीटर दूर बिहटा तक एग्जाम सेंटर होने से परेशान होते रहे कैंडिडेट

-पेपर तीन से पात्रता के लिए बनेगा मेरिट

PATNA: सीबीएसई यूजीसी राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट) पटना के फ्8 केन्द्रों पर हुई जिसमें ख्म्, 000 कैंडिडेट्स ने परीक्षा दी। इसमें पास करने वाले कैंडिडेट्स कॉलेज एवं यूनिवर्सिटीज में असिस्टेंट प्रोफेसर के पदों के लिए पात्र होंगे। इसमें तीन सीटिंग में ली गई परीक्षा में सभी ऑब्जेक्टिव प्रश्न पूछे गए। पेपर वन में रिसर्च मेथाडोलॉजी जबकि पेपर थ्री में संबंधित विषय से गहनता से प्रश्न पूछा गया था। निगेटिव मार्किंग नहीं होने से परीक्षार्थियों ने सभी प्रश्न हल करने का प्रयास किया। इसमें पेपर वन में जहां क्वालिफाइंग होना जरूरी है वहीं पेपर थ्री में मिले मा‌र्क्स से ही मेरिट निर्धारित होगा। पटना में कहीं से कोई अप्रिय घटना या किसी प्रकार की शिकायत की सूचना नहीं है। छात्रों की इंट्री दो घंटे पहले से ही शुरू हो गई थी।

पेपर वन सबसे आसान

तीन सीटिंग में हुई इस परीक्षा में पेपर वन सभी कैंडिडेट्स के लिए कॉमन था। इसमें सभी विषय के छात्र शामिल हुई। इसमें टीचिंग एप्टीट्यूट और रिसर्च मेथोडालजी से प्रश्न थे। रीजनिंग के भी प्रश्न शामिल थे। इस बारे में कंडिडेट्स ने परीक्षा के बाद बताया कि रिसर्च मेथोडालॉजी के प्रश्न कुछ कठिन थे। रीजनिंग और टीचिंग अप्टीटयूड से आसान प्रश्न थे। जबकि पेपर टू और पेपर थ्री में गहन अध्ययन आधारित प्रश्न थे।

पेपर थ्री सबसे कठिन

पेपर टू में अधिकांश विषय के प्रश्नों की कठिनाई का औसत स्तर था जबकि पेपर थ्री में प्रश्नों की कठिनाई का स्तर सबसे अधिक था। इंग्लिश लिटरेचर विषय से परीक्षा में शामिल शैलेश कुमार ने बताया कि पेपर थ्री में गहन अध्ययन वाले ही प्रश्न थे। जिसमें अमेरिकन लिटरेचर से अधिक प्रश्न थे। पिछले वर्ष की तुलना में सवाल कठिन थे।

ऑब्जेक्टिव होने से कठिनाई

लाइब्रेरी साइंस से नेट में शामिल हुए अभिनंदन एवं प्रफुल्ल कुमार ने बताया कि पेपर थ्री में पहले सब्जेक्टिव प्रश्न पूछे जाते थे लेकिन बीते तीन- चार साल से इसमें भी ऑब्जेक्टिव प्रश्न पूछे जा रहे हैं। इसके कारण प्रश्नों की कठिनाई का स्तर बढ़ा है। अब किसी प्रश्न का उत्तर विवरण के तौर पर नहीं देना है। वहीं, इतिहास विषय से शामिल किरण शर्मा ने बताया कि प्रश्नों को हल करने का पर्याप्त समय था पेपर टू और थ्री में लेकिन प्रश्न कठिन थे।

पटना ही आना पड़ा सभी को

कैंडिडेट्स की संख्या लगातार बढ़ रही है। लेकिन पटना से बाहर सेंटर नहीं बन रहा है। सिवान, मुजफ्फरपुर, गया, कटिहार, सीतामढ़ी आदि जिलों के छात्र बड़ी संख्या में पटना सेंटर पर परीक्षा देने के लिए आये थे। गया से आये फारूख अहमद खां ने कहा कि यह व्यवस्था ठीक नहीं है। अन्य जिलों में भी सेंटर देना चाहिए ताकि कैंडिडेट्स अपने ही जिले में सेंटर पर जाकर परीक्षा दे सके, आने- जाने की परेशानी से बचे। पटना मेन टाउन के अलावा बिहटा एवं निकटवर्ती हिस्सों में भी सेंटर बनाए गए थे।

पेपर पर नजर

तीन पेपर थे जो कि सभी ऑब्जेक्टिव थे। इसमें पहला और दूसरा पेपर एक घंटे क्भ् मिनट की अवधि का था। जिसमें पेपर वन में और पेपर टू में भी भ्0 -भ्0प्रश्न थे। सभी दो मा‌र्क्स के थे। जबकि पेपर थ्री में दो मा‌र्क्स के 7भ् प्रश्न थे।