आईआईआईटी में प्रतिवर्ष राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के बाद मनाया जायेगा शोधकर्ता दिवस

चीन, अमेरिका और कोरिया की तुलना में भारत में शोध पर कम खर्च

ALLAHABAD: भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान में शोध दिवस मनाया गया। जिसमें वैज्ञानिक शोध को देश की आवश्यकतानुसार विकसित किए जाने पर बल दिया गया। इस अवसर पर संस्थान के निदेशक प्रो। पी। नागभूषण ने घोषणा की कि अब संस्थान में शोधकर्ता दिवस प्रतिवर्ष राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 28 फरवरी के बाद आने वाले पहले शनिवार को मनाया जायेगा।

सामाजिक लाभ को बनाएं लक्ष्य

उद्घाटन अवसर पर प्रो। सोमनाथ विश्वास पूर्व निदेशक आईआईआईटी इलाहाबाद, प्रो। बीएन चटर्जी भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर, प्रो। उमाशंकर तिवारी, प्रो। शेखर वर्मा एवं प्रो। तपोव्रत लाहिड़ी मौजूद रहे। निदेशक प्रो। पी। नागभूषण ने कहा कि शोध का उद्देश्य यह नहीं होना चाहिए कि मेरा शोध पूर्ण होने पर मुझे नौकरी मिल जायेगी, बल्कि शोध का उद्देश्य समाज को इससे लाभ कैसे मिले होना चाहिये।

सवाल पूछने वाली हो भावी पीढ़ी

प्रो। नागभूषण ने कहा देश के लोगों को वैज्ञानिक दृष्टिकोण पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए और अपने आने वाली पीढ़ी को वैज्ञानिक दृष्टिकोण तथा प्रश्न पूछने वाले कौशल को प्रोत्साहित होने देना चाहिये। प्रो। सोमनाथ विश्वास ने शोधार्थियों को बताया कि वायरस का जन्म कैसे होता है और उसका निराकरण कैसे किया जाये? उन्होंने प्राकृतिक ऐल्गरिदम और मेट्रोपोलिस ऐल्गरिदम पर भी प्रकाश डाला। प्रो। उमा शंकर तिवारी अधिष्ठाता मानव संसाधन ने कहा देश में चीन, अमेरिका, दक्षिण कोरिया जैसे देशों की तुलना में शोध पर कम खर्च किया जाता है। डॉ। पवन चक्रवर्ती प्रभारी शोध ने कार्यक्रम का संचालन किया।