RANCHI : झारखंड के पौधों से कैंसर की दवा इजाद की जाएगी। इस बीमारी से लड़ने में कौन से पौधे से बनने वाली दवा ज्यादा कारगर होगी, इस पर रिसर्च हो रहा है। रांची यूनिवर्सिटी के बायो टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट में वैसे दस पौधों पर रिसर्च का काम चल रहा हैं, जो हमारे आसपास पाए जाते हैं। अगर बायो टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट की मुहिम सफल हुई तो कैंसर के मरीजों का कम कीमत में बेहतर इलाज हो सकेगा।

लैब में हो चुका है टेस्ट

आरयू के बायो टेक्नोलॉजी कोर्स के को-ऑर्डिनेटर डॉ एचपी शर्मा ने बताया कि यहां राज्य में पाए जाने वाले दस वैसे पौधों पर रिसर्च किया जा रहा है, जिससे कैंसर का इलाज हो सकेगा। इसके लिए दस स्कॉलर की टीम बनाई गई है। यह टीम कुंदरी,बेनसाग,ब्रांबी जैसे पौधों पर रिसर्च कर रही है। इन पौधों का लैब में टेस्ट भी किया जा चुका है, जिसके सकारात्मक नतीजे आए हैं। अब इस दिशा में रिसर्च की आगे की रणनीति पर काम चल रहा है।

मिले हैं सकारात्मक नतीजे

डॉ एचपी शर्मा बताया कि कैंसर की बीमारी के इलाज के लिए झारखंड में 75 पौधे चिन्हित किए गए हैं। इनमें से पहले चरण में 10 पौधों पर रिसर्च हो रहा है। इन पौधों में विल्वा,वितरक,ब्रह्मी,भूमि आवंला व कलिहारी पर विशेष अध्ययन किया गया है। इस दौरान पता चला है विल्वा का पौधा कैंसर के उपचार के लिए सबसे अधिक कारगर है। इन पौधों को कैंसर पेशेंट के सेल्स पर प्लांट करके परखा देखा गया जिसमें रिजल्ट आया कि ये कैंसर के सेल्स को बढ़ने से रोकने में कारगर है।

चूहों पर होगा इस्तेमाल

झारखंड में पाए जाने वाले दस पौधों पर रिसर्च का काम जारी है। लैब में परीक्षण के बाद अब इन पौधों को चूहों पर इस्तेमाल किया जाएगा। इस परीक्षण से यह पता चल सकेगा कि ये कितना कारगर साबित हो सकते हैं। अगर यहां बेहतर रिजल्ट आता है तो इसे इंसान पर परीक्षण के लिए अनुमति मांगी जाएगी। अनुमान ये भी लगाया जा रहा है जिस तरह पहले चरण में लैब परीक्षण के नतीजे पॉजिटिव रहे हैं, ऐसे में उम्मीद जताई जा सकती है कि ्दूसरे चरण में जब चूहों पर इसका परीक्षण किया जाएगा तो बेहतर नतीजे आएंगे। इससे कैंसर के बीमारी के लिए दवा बनाने की राह आसान हो जाएगी।

वेबसाइट पर दे सकते हैं जानकारी

एचपी शर्मा ने बताया कि कैंसर की बीमारी से लड़ने के लिए उन्होंने टीम बनाई है। यह टीम न सिर्फ कैंसर की दवा के लिए रिसर्च कर रही है बल्कि इसके लिए एक वेबसाइट भी बनाई है। www.ड्डढ्डष्श्रद्घष्ड्डठ्ठष्द्गह्म.ष्श्रद्व वेबसाइट पर कैंसर से जुड़ी तमाम जानकारी उपलब्ध है, ताकि लोगों को इस बारे में आसानी से जानकारी मिल सके।