-पांच हजार से ज्यादा का कैश अकाउंट में पहुंचेंगा

- रिटर्न लेने के लिए यात्री को देना होगा पूरा ब्यौरा

Meerut। नोटबंदी पर सरकार के फैसले के बाद रेलवे ने भी कालेधन पर आंखे तरेर ली है। नतीजतन, रेलवे ने रिजर्वेशन कैंसिल कराने पर सिर्फ पांच हजार तक ही कैश में पेमेंट करेगा। इसके बाद रेलवे ऑनलाइन यानि अकाउंट में ही ट्रांजिक्शन करेगा। यही नहीं, रिजर्वेशन का पैसा रिटर्न लेने के लिए पूरा ब्यौरा देना होगा। इसके बाद ही आपका रिटर्न कैश आपके अकाउंट में पहुंचेगा।

ज्यादा कैंसिलेशन पर नजर

पांच हजार से ज्यादा का टिकट कैंसिल कराने पर यदि रिटर्न लेना है तो आधार कार्ड देना होगा। यही नहीं, ज्यादा टिकट कैसिल कराने वालों पर नजर रखी जाएगी। साथ ही बैंक अकाउंट नंबर, वोटर आईडी कार्ड, आईएफएससी कोड देना होगा। इसके बाद ही कैश अकाउंट में पहुंच पाएगा।

नोटबंदी के बाद फैसला

रेलवे ने यह नियम नोटबंदी के तुरंत बाद नियम लागू किया था। 9 नवंबर को रेलवे मंत्रालय ने सभी स्टेशन को यह निर्देश जारी कर दिए थे। अब तक 55 लोगों ने पांच हजार रुपये से ऊपर का टिकट कैंसिल कराया है। उनके पैसे अकाउंट में ट्रांसफर करा दिए गए हैं।

कालेधन पर लगेगी रोक

लोगों ने पुराने नोटों का खपाने के लिए रेलवे, फ्लाइट में हजारों रुपये के टिकट न करा लिए थे। इसलिए यह नियम शुरू किया गया था। यही कारण है कि सरकार ने कैश रिटर्न करने के लिए टिकट कराने वाले से आधार कार्ड से लेकर अकाउंट नंबर तक मांगा है।

वर्जन

पीएम मोदी से यह सही किया है। कालाधन तो जरूर सामने आना चाहिए। काफी लोगों ने ऐसा किया है। शायद इसीलिए रेलवे टिकट कैंसिल कराने वालों से अकाउंट नंबर से लेकर आधार कार्ड मांगा है।

किशोर कुमार, यात्री

रेलवे का फैसला सही है। अब हर लेनदेन का रिकार्ड रखा जाएगा। देखना होगा कि अब कालेधन के कुबेर कौन से नए फॉर्मूले निकालते हैं। हालांकि सरकार का रूख काफी कड़ा है।

अमर कुमार, यात्री

इसमें थोड़ी परेशानी है क्योंकि टिकट कैंसिल कराने से लेकर 90 दिन के अंदर पैसे अकाउंट में पहुंचेंगे। यदि किसी को जरूरत हो तो उसके लिए बेकार है।

सुनील प्रजापति, यात्री

कालाधन रोकने के लिए सरकार ने जो भी कदम उठाए हैं वह सही हैं। कुछ तो कड़े नियम करने होंगे। इसमें लोगों को कुछ परेशानी होगी। लेकिन बाद में सही हो जाएगा।

अंकित, यात्री