- पृथ्वीनाथ फाटक एरिया स्थित आजमपाड़ा के लोगों ने लिया बड़ा फैसला

- एरिया की समस्याओं के निस्तारण नहीं किए जाने से हैं परेशान

- वोट रिजेक्ट करने के ऑप्शन को चुनने का लिया डिसीजन

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AGRA। नेताओं के खोखले वादों और झूठे दावों का जवाब देने के लिए आजमपाड़ा के लोगों ने नया रास्ता अख्तियार कर लिया है। इस बार वोट तो देंगे, लेकिन किसी को नहीं चुनेंगे। ये कहने को तो चंद शब्द हैं लेकिन, लोगों के दिल का दर्द बयां करने के लिए काफी हैं। सैकड़ों की आबादी वाला एरिया इस चुनाव में अपना अलग रास्ता अख्तियार कर रहा है। यहां के लोग कह रहे हैं कि नेताओं के खोखले वादों से वे तंग आ गए हैं।

आजमपाड़ा के हैं बाशिंदे

पृथ्वीनाथ फाटक के नजदीक है आजमपाड़ा रेजीडेंशियल एरिया। यहां सैकड़ों घर हैं। सांसद के चुनावों की यूं तो हलचल हर तरफ देखने को मिल रही है। लेकिन, आजमपड़ा में हलचल कुछ अलग किस्म की है। ऐसा इसलिए क्योंकि यहां के बाशिंदों ने आगामी ख्ब् अप्रैल को होने वाले चुनाव में किस को भी वोट नहीं देने का फैसला लिया है।

यहां जिंदगी है दिक्कत में

लोकल रेजीडेंट हाजी हाफिज मुफीज उद्दीन बताते हैं कि आजमपड़ा एरिया में कई सालों से समस्याएं चल रही हैं। यहां के सैकड़ों लोग हर रोज परेशानियों से जूझ रहे हैं। गंदगी के मारे यहां जीना मुहाल हो गया है। हालात इतने बदतर हो चुके हैं कि पूछिए नहीं। हर तरफ बस कीचड़ ही कीचड़ दिखाई देता है।

गलियों से गुजरना है मुश्किल

पिंकी का कहना है कि हम लोग कितनी दिक्कत में जी रहे हैं ये देखने वाला कोई नहीं है सब चुनाव के वक्त आते हैं और खोखले वादे करके चले जाते हैं। यहां गलियों में गंदा पानी भरा हुआ है। पैदल तो छोडि़ए, यहां से साइकिल और मोटर साइकिल तक से निकलना मुश्किल है। इसकी वजह से बच्चे घर से बाहर खेलने तक के लिए नहीं निकल पाते हैं।

निगम से नहीं आता कोई

पुरानी रिहायश वाली इस जगह की उपेक्षा का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि नगर निगम के लोग यहां झांकने भी नहीं आते हैं। गंदगी के मारे गलियों का बुरा हाल है। शहनाज का कहना है कि ना जाने कब से यहां नगर निगम की ओर से कोई भी सफाई कर्मचारी नहीं भेजा गया।

बिजली पानी रहते हैं नदारद

इस एरिया के लोगों का कहना है कि यहां पीने के लायक पानी तक नसीब नहीं हो रहा है। जो पानी मिलता भी है वह बहुत ही गंदा होता है। बिजली की कटौती कभी भी कर दी जाती है। कनेक्शन के लोड को लेकर प्राइवेट कंपनी टोरेंट की ओर से यहां मनमानी की जाती है। इसकी कंप्लेन पर कोई भी आला अधिकारी सुनने तक को तैयार नहीं है।

बूथ जाएंगे किसी को वोट नहीं देंगे

रजा लोको मस्जिद ईदगाह स्टेशन के अध्यक्ष और आजमपाड़ा में रहने वाले हाजी हाफिज मुफीजउद्दीन का कहना है कि हम सभी एरिया के लोगों ने बैठकर डिसीजन लिया है कि इस बार किसी को वोट नहीं देना है। हां, अपने वोट के अधिकार को जताने के लिए हम लोग वोटिंग वाले दिन यानि कि ख्ब् अप्रैल को घर से निकलकर बाकायदा बूथ जाएंगे। वोट भी करेंगे लेकिन, फ‌र्स्ट टाइम मिलने वाले ऑप्शन नॉट टू ऑल (इनमें से किसी को नहीं) वाला बटन दबाकर खराब व्यवस्था के खिलाफ अपना गुस्सा प्रकट करेंगे।

'हमारी तकलीफ सुनने को कोई भी तैयार नहीं है। हमने पार्षद से लेकर सभी नेताओं और अधिकारियों के पास जाकर देख लिया है। इसलिए हम इस बार नए ऑप्शन नॉट टू ऑल का ही यूज कर अपना विरोध दर्ज करेंगे.'

हाजी हाफिज मुफीजउद्दीन, क्षेत्रीय निवासी

'हमारे एरिया में समस्या ही समस्याएं हैं। लेकिन कोई भी सुनने को तैयार ही नहीं है। जब समस्या का निपटारा नहीं किया जा रहा तो हम भला वोट किसको दें.'

ओमवती, क्षेत्रीय निवासी

'सालों हो गए हैं। लेकिन, यहां की गंदगी दूर नहीं की गयी है। कोई भी नेता इस एरिया की समस्याओं के लिए आगे आता ही नहीं है। '

निशा, क्षेत्रीय निवासी

'पता नहीं हम और कब तक समस्या के बीच रहेंगे? शिकायतें भी यहां से होती रही हैं। फिर भी कुछ नहीं किया गया। इसलिए ये फैसला लिया गया.'

शहनाज, क्षेत्रीय निवासी

'हम लोग तो परेशान हैं ही हमारे बच्चे भी बहुत दिक्कत में रहते हैं। गंदगी इतनी है कि हम कैसे रह रहे हैं, हम ही जानते हैं?'

बानो, क्षेत्रीय निवासी

'हम किसी को वोट क्यों दें? जब किसी को हमारी फिक्र ही नहीं है तो हम भी किसी की परवाह क्यों करें? '

मीनाए, क्षेत्रीय निवासी