-केजीएमयू के ब्राउन हाल में रिसर्च शोकेस का आयोजन

-इस वर्ष 25 डॉक्टर्स ने फाइल किए हैं पेटेंट

LUCKNOW:

केजीएमयू में शनिवार को आयोजित रिसर्च शो केस में 25 डॉक्टर्स को एक्सीलेंस इन रिसर्च अवार्ड से सम्मानित किया गया। इन सभी ने इस वर्ष इलाज के पेटेंट फाइल किए हैं। प्रोग्राम में चीफ गेस्ट व केजीएमयू के पूर्व वीसी प्रो। हरि गौतम और वर्तमान वीसी प्रो। एमएलबी भट्ट ने डॉक्टर्स को सम्मानित किया।

600 से अधिक पेपर प्रस्तुत

प्रोग्राम में वीसी प्रो। एमएलबी भट्ट ने कहाकि संस्थान में 400 से अधिक फैकल्टी मेंबर्स हैं और इस वर्ष 25 पेटेंट फाइल किए गए हैं। साथ ही प्रत्येक वर्ष 600 से ज्यादा पेपर प्रस्तुत किए जा रहे हैं। यह हमारे लिए गर्व की बात है। केजीएमयू को इंस्टीट्यूट ऑफ एमिनेंस का दर्जा दिया गया है और आने वाले समय में रिसर्च कार्यो को बढ़ावा मिलेगा। वहीं रिसर्च सेल प्रभारी प्रो। आरके गर्ग ने बताया कि संस्थान में इस समय 267 रिसर्च कार्य चल रहे हैं।

आधे घंटे में कैंसर की जानकारी

पैथोलॉजी डिपार्टमेंट की डॉ। प्रीति अग्रवाल को इंट्रोऑपरेटिव फ्रोजेन सेक्सन से आधे घंटे में कैंसर का पता लगाने की तकनीक खोजने पर सम्मानित किया गया। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन के दौरान आधे घंटे में ही हिस्टो पैथोलॉजी में प्रोजेन सेक्सन कर यह बताया जा सकता है कि मरीज में कहीं कैंसर सेल्स हैं या नहीं।

डॉ। बालेंद्र को यंग साइंटिस्ट अवार्ड

प्रास्थोडांटिक्स डिपार्टमेंट के डॉ। बालेंद्र प्रताप सिंह को डॉ। धावेंद्र कुमार यंग इनवेस्टिगेशन गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया। यह मेडल शोध के वैज्ञानिक तरीकों के दिशा निर्देश बनाने के लिए दिया गया है। इसके अलावा डॉ। बालेंद्र ने तीन पेटेंट भी फाइल किए हैं। उन्होंने खर्राटों को रोकने के लिए नई डिवाइस की खोज की है।

हार्मोन से ठीक होंगे मरीज

न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट के डॉ। राजेश वर्मा ने 115 मरीजों पर शोध कर बताया कि ब्रेन की झिल्लियों की टीबी में हार्मोन की गड़बड़ी होती है। यदि बाहर से हारमोन देकर उसके स्तर को ठीक किया जाए तो बीमारी को ठीक किया जा सकता है। उन्होंने देखा कि ज्यादातर मरीजों में हार्मोन की गड़बड़ी थी। इस प्रकार से ब्रेन टीबी में हार्मोन की जांच जरूर करानी चाहिए।

घर वालों को टीबी का खतरा

डॉ। राजीव गर्ग ने कहा कि एमडीआर टीबी का मरीज जिस घर में रहता है उस घर या संपर्क में रहने वालों को टीबी होने के चांस अधिक रहते हैं। इसलिए इसकी समय रहते पहचान जरूरी है।

केजीएमयू ही हमारा भारत

पूर्व वीसी प्रो। हरि गौतम ने कहा कि केजीएमयू ही हमारा भारत है। हर वो जगह इस देश में जहां हम रहते हैं काम करते हैं वही हमारा भारत है। प्रो। गौतम ने कहा कि किसी व्यक्ति की अकेले उन्नति नहीं हो सकती। जब तक उसका समाज और देश उन्नति न करे।

इन्हें मिला अवार्ड

डॉ। साकेत कुमार, डॉ। एके सक्सेना, डॉ। कौशल किशोर अग्रवाल, डॉ। एचएस मल्होत्रा, डॉ। अनित परिहार, डॉ। प्रीति अग्रवाल, डॉ। अभिजीत चंद्रा, डॉ। एम कलीम अहमद, डॉ। मिली जैन, डॉ। अमिता जैन, डॉ। सौमेंद्र विक्रम सिंह, डॉ। आरके गर्ग, डॉ। शिवानी पांडेय, डॉ। इमरान रिजवी, डॉ। रवि उनियाल, डॉ। राजेश वर्मा, डॉ। एसपी जैसवार, डॉ। प्रशांत गुप्ता, डॉ। राजीव गर्ग, डॉ। एचएस मल्होत्रा, डॉ। रश्मि कुमार, डॉ। ऋषि पाल।