- सीबीएसई के किसी भी लेटर का जवाब नहीं दे रहा था स्कूल

- अबतक नहीं आया है 176 बच्चों का रिजल्ट

PATNA : एवीएन स्कूल के स्टूडेंट का फ्यूचर अब भी अधर में लटका हुआ है। पिछले दिनों एवीएन स्कूल में हुए हंगामें के बाद ख्क्ख् स्टूडेंट का रिजल्ट जारी किया गया था, पर अभी भी क्7म् बच्चे ऐसे हैं जिनका रिजल्ट जारी नहीं किया गया है। स्कूल एडमिनिस्ट्रेशन यह दावा कर रहा है कि शेष बच्चों का रिजल्ट भी जल्द ही जारी कर दिया जाएगा।

क्या होगा क्ख्म् रेग्यूलर स्टूडेंट का फ्यूचर

एवीएन स्कूल के स्टूडेंट ने बताया कि उसके स्कूल में टेंथ में तीन सेक्सन होते थे। तीनों सेक्सन मिलाकर स्कूल के पास क्ख्म् बच्चे थे, लेकिन स्कूल ने टेंथ में फ्88 स्टूडेंट को अपीयर करवाया गया था। सीबीएसई के सूत्रों की माने तो बचे हुए क्7म् स्टूडेंट में से सभी का रिजल्ट आ जाएगा इसपर संदेह है। सीबीएसई के अधिकारी का कहना है कि बच्चों के फ्यूचर को देखते हुए रिजल्ट दिए गए हैं। अब भी स्कूल की ओर से अधिकांश बच्चों का डॉक्यूमेंट जमा नहीं किया गया है। वहीं कई बच्चे ऐसे हैं जिनके डॉक्यूमेंट पर सीबीएसई को ही संदेह है। सीबीएसई की तरफ से साफ-साफ कहा गया है कि जिन बच्चों के डॉक्यूमेंट जांच के दौरान सही पाए जायेंगे रिजल्ट सिर्फ उन्हीं को जारी किया जाएगा।

एग्जाम की पूरी प्रक्रिया ही संदेहास्पद

एवीएन स्कूल ने स्टूडेंट का स्कूल बेस एग्जाम लिया, लेकिन एग्जाम में अपीयर होने वाले बच्चों को सीबीएसई की तरफ से एडमिट कार्ड जारी नहीं किया गया था। सीबीएसई के अधिकारी कहते हैं कि बोर्ड पिछले चार महीने से स्कूल प्रशासन को बुला रहा था। इसके लिए बोर्ड की ओर से लेटर और मेल भी किए गये थे, लेकिन स्कूल ने सीबीएसई के आदेश को अनसुना कर दिया। जांच की एक भी प्रक्रिया पूरी नहंी होने के कारण सीबीएसई ने स्कूल का एडमिट कार्ड भी जारी नहीं किया। सीबीएसई को पता ही नहीं था कि स्कूल में एग्जाम भी हो रहा है।

एग्जाम लिया और बोर्ड को भेज दिया मा‌र्क्स

सीबीएसई ने बच्चों को न तो एडमिट कार्ड भेजा और न हीं स्कूल को क्वेशचन-पेपर। सूत्रों के अनुसार स्कूल बेस्ड एग्जाम में स्कूल को यह फ्रीडम होता है कि वो खुद से क्वेश्चन सेट कर सकते हैं। स्कूल ने खुद ही क्वेशचन सेट किया। बच्चों का एग्जाम लिया और कांपी जांच करवा कर मा‌र्क्स सीबीएसई को भेज दिया। सीबीएसई की क्षेत्रीय अधिकारी रश्मि त्रिपाठी कहती हैं कि स्कूल की पूरी प्रक्रिया ही संदेहास्पद है। जब बोर्ड ने एडमिट कार्ड ही नहीं दिया तो एग्जाम लेना ही गलत है।

रिजल्ट के लिए पैसे

पैरेंट्स बताते हैं कि अधिकांश वैसे ही बच्चों का रिजल्ट आया है जो रेग्यूलर नहीं थे। पैरेंट्स को इस बात की आशंका है कि उन बच्चों का ही रिजल्ट आया है जिनसे पैसे बसूले गए थे। वहंी स्टूडेंट इस बात को लेकर परेशान हैं कि उनका रिजल्ट सीबीएसई के वेबसाइट पर अवेलेबल नहंी है। वैसे जिन बच्चों का रिजल्ट आ गया है उनके मा‌र्क्स स्कूल के वेबसाइट पर अपलोड किया जा चुका है।

स्कूल को पिछले चार महीने से बुलाया जा रहा था, लेकिन एक भी बार बोर्ड से संपर्क करने की कोशिश स्कूल प्रशासन ने नहीं की। हमलोगों ने स्टूडेंट के हित को देखते हुए रिजल्ट जारी तो कर दिया है पर स्कूल की पूरी प्रक्रिया ही संदेहास्पद है। बोर्ड ने तो स्कूल को एडमिट कार्ड तक जारी नहीं किया था।

- रश्मि त्रिपाठी, रीजनल डायरेक्टर, सीबीएसई

हमलोगों के बच्चों का फ्यूचर ही दांव पर लग गया है। स्कूल की गतिविधियों पर पैरेंट्स तो नजर रख नहीं सकते । अब सरकार को चाहिए कि ऐसे स्कूलों के लिए एक बॉडी का गठन करे, नहीं तो ये स्कूल बिल्कुल ही निरंकुश हो जाएंगे।

- कंचन सिंह, पैरेंट